RANCHI: अपनी राजधानी को न जाने किसकी नजर लग गई है कि आए दिन शहर में अपराध की घटनाएं बेतहाशा हो रही हैं। अपराधी बेलगाम हो गए हैं और हत्या, लूट, डकैती, एसिड अटैक जैसे मामलों के कारण लोग आतंकित हैं। शनिवार की रात जहां अपराधियों ने चुटिया में सरेआम भीषण डकैती को अंजाम दिया वहीं रविवार को दिनदहाडे़ शिक्षिका पर एसिड अटैक किया गया। घायल शिक्षिका को रिम्स में भर्ती कराया गया हैं, जहां उनका इलाज चल रहा है। पुलिस की पेट्रोलिंग के बावजूद शहर में हत्या, डकैती, लूट और छिनतई का सिलसिला थम नहीं रहा। आलम यह है कि पिछले 90 दिनों में हत्या, लूट और चोरी के 2000 के करीब वारदातों को अपराधी अंजाम दे चुके हैं। पुलिस एक मामले की जांच पूरी कर नहीं पाती तबतक अपराधी दूसरी वारदात को अंजाम दे रहे हैं।

पेट्रोलिंग, टाइगर, पीसीआर सब फेल

पुलिस की पीसीआर वैन, बीट सिस्टम, पैंथर और टाइगर अपराधियों के सामने फेल होकर रह गई है। एसएसपी अनीश गुप्ता के आदेश का भी असर पीसीआर वैन व टाइगर मोबाइल के जवानों पर नहीं है। एसएसपी ने आदेश दिया था कि पीसीआर में तैनात जवान सड़कों पर लगातार चेकिंग अभियान चलाते रहें, लेकिन एक दिन भी पीसीआर के जवानों ने अभियान नहीं चलाया। पीसीआर के जवान एसएसपी से ज्यादा कंट्रोल रूम के आदेश का पालन करते हैं।

हाल के दिनों में बढ़ी घटनाएं, जिनमें पुलिस रही फेल

-- कोकर स्थित इमाम कोठी के समीप सिक्योरिटी गार्ड की हत्या कर दी गई। पुलिस को सुराग नहीं मिला।

--रातू रोड में पांच अपराधियों ने राकेश कुमार की गोली मारकर हत्या कर दी। पुलिस के हाथ खाली रहे।

--पंडरा इलाके में आठ लाख रुपए की छिनतई हुई। एक भी आरोपी की पहचान नहीं हो पाई।

--इस्लाम नगर में युवक मो सैफ की चाकू घोंप कर हत्या

-- कांके स्थित पीएनबी में सवा चार लाख रुपए की डकैती

--तुपुदाना में पांच अपराधियों ने पुलिस पर फायरिंग की, चार अपराधियों तक पुलिस नहीं पहुंच पाई है।

--मांडर में जमीन कारोबारी संतोष प्रधान को मारी गोली।

चेकिंग में लापरवाही करते धराते हैं जवान

शहर में प्रतिदिन रात्रि गश्ती में लगे जवानों की चेकिंग करने के लिए डीएसपी स्तर के अधिकारी निकलते हैं। इस दौरान प्रतिदिन जवान लापरवाही करते पकड़ जाते हैं, लेकिन डीएसपी उन्हें हिदायत देकर छोड़ देते हैं। कोकर, खेलगांव, लालपुर, मोरहाबादी, डोरंडा, जगन्नाथपुर इलाके में तैनात पीसीआर के जवान प्रतिदिन एक ही जगह आराम करते पाए जाते हैं। शहर में लोगों की सुरक्षा के लिए पुलिस विभाग की ओर से 30 पीसीआर,15 हाईवा पेट्रोलिंग, 50 टाइगर मोबाइल के जवान समेत हर थाना की गश्ती गाड़ी तैनात है।

ना लगती है हाजिरी ना कस रहा शिकंजा

जेल से जमानत पर बाहर निकलने वाले अपराधियों को थाना में नियमित हाजिरी लगाने के निर्देश हैं, लेकिन स्थानीय थाना को मैनेज कर कुछ अपराधियों द्वारासरेआम एरिया में दबंगई दिखाने की चर्चाएं तेज हैं। अपराधियों पर शिकंजा कसने के स्थान पर उन्हें थाना स्तर से सुरक्षा दिए जाने की खबरें भी कई बार सामने आ चुकी हैं।

आंकड़े भयावह, हर दिन 20 से अधिक वारदात

पुलिस रिकार्ड के अनुसार अक्टूबर से लेकर दिसंबर तक कुल 1954 आपराधिक मामले दर्ज किए गए हैं। इनमें सबसे ज्यादा चोरी, हत्या, किडनैपिंग के मामले शामिल हैं।

मर्डर लूट चोरी किडनैपिंग रेप आ‌र्म्स एक्ट कुल

अक्टूबर 19 15 198 16 8 11 669

नवंबर 16 08 139 12 11 8 548

दिसंबर 20 09 267 32 16 08 737