- पटना पुलिस के लिए ठगी गिरोह का पर्दाफाश करना बनी हुई है बड़ी चुनौती

- फर्जी फॉर्म और फर्जी बहाली के नाम पर बेरोजगारों से लाखों की करते हैं ठगी

PATNA: डॉक्टर बनना है, इंजीनियर बनना है, एसएससी पास करना, रेलवे में नौकरी करनी है, विदेश जाना है। पैसा दीजिए, सारा काम हो जाएगा, इन दिनों पटना में कबूतर बाजों का कारोबार जोर-शोर से चल रहा है। इसे चलाने के लिए एक दो गैंग नहीं, बल्कि ऐसे दर्जनों गैंग लगे हैं, जो इस धंधे में मोटी कमाई कर लाखों-करोड़ों का कारोबार फैला हुए है। इस धंधे में इन दिनों डाक्टर और इंजीनियर का मार्केट डाउन है, मगर दूसरी नौकरी और विदेश जाने वालों की तादात काफी है। ठगों से बचने का हवाला देने वाली पटना पुलिस के लिए सबसे बड़ी सर दर्दी ठगी से लोगों को बचाना है। अवेयरनेस फैलाने के बाद भी लोग नौकरी के नाम पर आसानी से लाखों रुपए देते है और फिर कुछ महीनों बाद ठगी के शिकार हो जाने पर पटना पुलिस को इसकी सूचना देते हैं। नतीजा यह है कि सिर्फ एक ठग साल भर में करोड़ों का कारोबार कर लेता है। रेलवे में नौकरी दिलाने के नाम पर ठग राजीव कुमार ने खुद पुलिस के सामने स्वीकार किया है कि उसने एक करोड़ से अधिक कमाए है।

दलालों के लिए सेफ एरिया

रेलवे में नौकरी के लिए गांधी मैदान एरिया, बैंक की नौकरी के लिए जू एरिया, गवर्नमेंट ऑफिस में नौकरी के लिए बिस्कोमान का एरिया दलालों के लिए सेफ रहता है। इन्हीं जगहों पर बुलाकर यह अपनी ठगी का शिकार लोगों को बनाते है। इस दौरान अगर लगा कि कहीं कोई गड़बड़ है, तो फिर वो दूसरा रूट भी पकड़ लेते हैं, पर ठगी के गिरोह के लिए बिस्कोमान और गोलघर का एरिया सेफ है। यहां पर स्टूडेंट्स अधिक मिलते हैं और यहां से निकलने का रास्ता भी काफी अधिक रहता है। पुलिस के पुख्ता सोर्सेज की मानें, तो इन एरिया से पटना से निकलना आसान पड़ता है। कई रूट में वो एक साथ निकल सकता है, इसलिए डील और पुलिस से बचने के लिए यह सेफ माना जाता है। जानकारी हो कि एक महीने पहले बिस्कोमान के पास से ही ठगी के रुपए लेने आए अपराधी पुलिस की गिरफ्त में आए थे।

एक्जीबिशन रोड इलाके में कई ठिकाने

सोर्सेज की मानें, तो एक्जीबिशन रोड एरिया में तो बजाफ्ता ऑफिस की तरह बना हुआ है। जहां पर सैकड़ों एग्जाम व नौकरी की डील की जाती है। इसमें शामिल होने के लिए एडमिशन चार्ज भी लिया जाता है और उस चार्ज के बाद ही आगे की बात की जाती है। बातों के दौरान ही समय और डील फिक्स होती है। ठगी के शिकार विनोद कुमार, प्रवीण कुमार ने बताया कि उनके साथ पांच-पांच लाख की डील हुई है। इसके बाद मिलने और इस संबंध में बात करने के लिए जब भी मिलने आते थे तो खुद ही पेमेंट करके जाते थे।

बेचा जाता है फर्जी फॉर्म

इनकम टैक्स से गांधी मैदान, जंक्शन एरिया में ठगी के गिरोह भोले-भाले लड़कों को फंसाने के लिए कई तरह के फर्जी फॉर्म भी निकाल देते हैं। इन जगहों पर फॉर्म बिकवाते हैं, फिर जब फॉर्म खरीद कर अप्लाय करते हैं। अप्लाय वाले पैसे के साथ-साथ कई सीधे नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी की चपेट में लिया जाता है।

क्00 नंबर पर करें डायल

सीनियर एसपी जितेंद्र राणा ने बताया कि अगर कोई नौकरी दिलाने के नाम पर या फिर किसी भी तरह से पैसे लेने की बात करें और आपको देने से पहले लगे कि कहीं डूब न जाएं और उस पर संदेह हो, तो फौरन इसकी सूचना पटना पुलिस को क्00 नंबर पर डायल कर दे। किसी के लोभ में न फंसे, वरना आपकी गाढ़ी कमाई ठगी चली जाएगी।