डिफेंस एन्कलेव में धावा बोला

कंकरखेड़ा में हो रही वारदातों से इलाके के लोग सहम गए हैं। बदमाश पुलिस को खुलेआम चुनौती दे रहे है। इसके बावजूद पुलिस हाथ पर हाथ रखे बैठी है। सोमवार को दिन निकलते ही बदमाशों ने डिफेंस एन्कलेव में धावा बोल दिया। जहां आर्मी से रिटायर कैप्टन के घर बदमाशों ने हथियारों के बल पर जमकर उत्पात मचाया। घंटो लूटपाट की और कैप्टन को गोली मारकर भाग गए। घायल को सुशीला जसवंत राय अस्पताल में भर्ती कराया गया है। वहीं पॉश कॉलोनी में हुई इस वारदात के बाद लोग डरे हुए हैं।

यह थी घटना

डिफेंस एन्कलेव के मकान नंबर बी-505 में आर्मी से रिटायर कैप्टन जवाहर सिंह रहते हैं। परिवार में इनकी मां सुरती देवी, बेटा परविंदर और बड़े बेटे कैप्टन भूपेंद्र की पत्नी मोना रहती है। भूपेंद्र जैसलमेर में आर्मी में कैप्टन है। सोमवार को जवाहर सिंह बाहर सब्जी लेने गए थे। घर पर पुत्रवधू मोना, इनकी मां सुरती और बेटा परविंदर मौजूद थे। दिन में करीब साढ़े नौ बजे जवाहर के घर से बाहर जाने के बाद ही आधा दर्जन बदमाश घर के अंदर घुस आए। इनके हाथों में पिस्टल और चाकू थे।

हाथों में हथियार

बदमाशों ने घर के अंदर घुसते ही मौजूद परविंदर और सुरती देवी को हथियार के बल पर बंधक बना लिया। बताया गया कि दो बदमाशों ने हेलमेट पहन रखा था, तीन बदमाशों ने अंदर आकर चुन्नी अपने मुंह पर बांध ली और एक खुले मुंह था। इस दौरान मोना नहाकर बाहर निकली तो उसको भी बदमाशों ने हथियार के बल पर कब्जे में ले लिया। इसके बाद गोली मारने की धमकी देते हुए घर के अंदर अलमारियों की चाबियां मांगी। साथ ही शोर मचाने पर गोली मारने की धमकी दी। परविंदर के अनुसार इन बदमाशों ने आते ही सबसे पहले पिता के बारे में पूछा था।

मार दी गोली

परिवार के लोगों ने इन बदमाशों से साफ कहा कि जो ले जाना है ले जाओ पर हमे कुछ मत कहो। बदमाश घर के अंदर उत्पात मचाते रहे। करीब साढ़े दस बजे जवाहर अपने घर पहुंचे तो इनको भी बदमाशों ने अंदर खींच लिया। इसके बाद उनकी कनपटी पर भी पिस्टल लगा दी। बताया गया कि जवाहर सिंह ने जैसे ही बदमाशों का विरोध किया तो उन पर फायरिंग कर दी। जिसमें एक गोली इनके कंधे से लगती हुई निकल गई, दूसरी कान के बराबर से होती हुई निकली और तीसरी घुटने से नीचे पैर में लगी। इसके बाद पेट में चाकू से वार किए गए।

बेटे पर भी वार

पिता को बचाने के लिए आगे आए परविंदर को भी बदमाशों ने चाकू मारे। जिसको हथेली, कोहनी के नीचे और टांग में चाकू मारे। घायल करने के बाद बदमाश घर के अंदर से जो मिला उसको लेकर गायब हो गए। मोना ने फोन करके पुलिस को सूचना दी। पुलिस पहुंची और पूछताछ शुरू कर दी। इसके बाद जवाहर और उनके बेटे परविंदर को सुशीला जसवंत राय अस्पताल में भर्ती कराया। जहां जवाहर सिंह के पेट की आंतें कटने से हालत गंभीर हो गई। फिलहाल ऑपरेशन के बाद हालत स्टेबल है।

लकीर पीटती रह गई पुलिस

घटना के बाद मौके पर एसपी सिटी और सीओ पहुंचे। जहां थाना पुलिस के पास तो लकीर पीटने के अलावा कुछ नहीं है। पूछताछ में पुलिस को बताया गया कि इन बदमाशों ने पहले कैप्टन के बारे में पूछा था। उनको बारह बजे के बाद आने की बात कही तो बदमाशों ने रुकने की बात कही थी। बदमाश डकैती के इरादे से आए थे या फिर कुछ और बात तो नहीं इसको लेकर जांच पड़ताल शुरू कर दी गई है।  

एसओ ने दिया खून

अस्पताल में डॉक्टर ने जवाहर के लिए खून मांगा। जवाहर को बचाने के लिए एसओ ने खुद खून दिया। इसके बाद जो भी खून बदले में मिला वह जवाहर को दिया गया। वहीं कुछ आर्मी के जवानों ने भी खून दिया। इसके बाद जाकर जवाहर का ऑपरेशन हुआ। लेकिन वह कुछ बोलने की हालत में अभी नहीं हैं।

"मामला लूट का है। बदमाशों ने लूटपाट करते हुए विरोध करने पर हमला बोला। फिलहाल पूरे केस की जांच-पड़ताल हो रही है। बदमाशों की धरपकड़ के लिए भी कोशिश की जा रही है."

- ओपी सिंह, एसपी सिटी