-रिटायर्ड टीचर से मांगी थी पचास लाख की फिरौती

-पैसे नहीं देने पर बेटे को जान से मारने की दी थी धमकी

DEHRADUN: सूचना के चंद घंटे बाद ही पटेलनगर पुलिस ने फिरौती प्रकरण का खुलासा कर चार युवकों को गिरफ्तार कर लिया। आरोपियों ने फोन और पत्र के माध्यम से रिटायर्ड टीचर से पचास लाख की फिरौती मांगी थी। पैसे न मिलने पर बेटे को जान से मारने की धमकी दी थी। पुलिस ने आरोपियों के पास से धमकी भरे पत्र की फोटोकॉपी व धमकी देने के लिए इस्तेमाल किए दो मोबाइल फोन बरामद किए हैं।

दी थी बेटे को मारने की धमकी

दरअसल, रिटायर्ड टीचर यशपाल सिंह परिवार समेत मेंहूवाला में रहते हैं। गत चार रोज पूर्व उन्हें एक पत्र मिला। जिसमें पचास लाख रुपए अरेंज करने की बात लिखी थी। पैसे अंरेंज होने पर घर के बाहर लाल रंग की चुनरी लगाकर संकेत देने की नसीहत दी गई थी। शुरूआत में इसे यशपाल ने हल्के में लिया, लेकिन बाद उन्हें धमकी भरे फोन आने शुरू हो गए। जिसमें दूसरी तरफ से बोल रहे बदमाश का कहना था कि पैसे न मिलने पर वे यशपाल के बेटे मोहित की हत्या कर देंगे। धमकी भरे फोन और पत्र के के बाद सक्ते में आए परिवार ने सूचना पुलिस को दी। गत बुधवार को पुलिस ने मोहित की तहरीर पर अज्ञात के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की।

पैसे लेने पहुंचे बड़ोवाला पुल

गुरुवार को मामले का खुलासा करते हुए डीआईजी/एसएसपी पुष्पक ज्योति ने बताया कि बुधवार रात करीब दस बजे पीडि़त परिवार को फोन आया जिसमें उन्हें पैसे लेकर बड़ोवाला पुल पहुंचने को कहा गया। जिस पर पुलिस और एसओजी की सयुक्त टीम भी मौके पर पहुंच गई.बड़ोवाला के पास चार अज्ञात युवक दिखाई दिए। जिन्हें शक के आधार पर पकड़ लिया गया। तलाशी में एक के पास से धमकी भरे पत्र की फोटोकॉपी मिली। जिसके बाद सभी को हिरासत में ले लिया गया। कड़ी पूछताछ में सभी ने अपना जुर्म कबूल किया। आरोपियों की पहचान प्रमोद उर्फ बिंटा पुत्र अमर सिंह निवासी चंदाताल मेहूंवाला, मुर्सलीन उर्फ काका पुत्र मीर हसन निवासी चंदाताल मेहूवाला, मोहसिन पुत्र शमशाद निवासी ग्राम पांवटी थाना चारथावल मुज्जफरनगर यूपी व राजकुमार पुत्र रतिराम निवासी राजारोड सेलाकुई के रूप में हुई।

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प्रमोद है मास्टरमाइंड

प्रमोद ने कुछ समय पूर्व ही किस्त पर एक ट्रैक्टर खरीदा। जिसकी प्रतिमाह क्म् हजार रुपए की किस्त जानी थी, लेकिन यह राशि वह दे नहीं पा रहा था। नतीजा उसने यशपाल से पैसे एठने का प्लान बनाया, जिसके तहत वह पड़ोसी मुर्सलीन के पास गया और फिर प्लान के तहत मुर्सलीन ने उसे अपने परिचित मोहसिन व राजकुमार से मिलवाया। तय प्लान के तहत प्रमोद ने मोहसिन से पत्र लिखवाया और उसे यशपाल के घर फेंक दिया। पुलिस पूछताछ में प्रमोद ने बताया कि उसके पिता अमर सिंह रिटायर्ड टीचर यशपाल के खेतों में काम करते थे। इस दौरान वह भी कई बार जाता था। यही से वह यशपाल को जानता था।

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अपने ही फोन से दे रहे थे धमकी

पुलिस ने आरोपियों के पास से पत्र की फोटोकॉपी और धमकी देने के लिए प्रयोग किए गए मोबाइल फोन बरामद किए हैं। कुछ दिन पूर्व मुर्सलीन ने अपने फोन से पीडि़त परिवार को धमकी दी, जबकि बुधवार को राजकुमार ने अपनी पत्नी के नंबर से पीडि़त परिवार को धमकी दी और पैसे लाने को कहा। जहां पहले से पुलिस डटी हुई थी। मौके पर ही सभी को पकड़ लिया गया। एसएसपी पुष्पक ज्योति ने बताया कि मुर्सलीन उर्फ काका चोरी के मामले में पहले भी जेल जा चुका है। अन्य लोगों का अपराधिक इतिहास खंगाला जा रहा है।

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