- पीएम के नाम पर 10 से 20 हजार रुपये में दिला रहे थे बैंक में नौकरी

- सदर के होटल राजमहल में चल रहा था बैंक में नौकरी के लिए इंटरव्यू

- लोगों की शिकायत पर सदर पुलिस ने किया गिरोह का भंडाफोड़

मेरठ : प्रधानमंत्री के नाम पर सरकारी व प्राइवेट बैंकों में नौकरी लगाने वाले रैकेट का भंडाफोड़ करते हुए पुलिस ने चार महिला समेत आठ लोगों को दबोच लिया। ठगी का शिकार हुए 250 लोगों ने आठ लोगों को नामजद करते हुए सदर थाने में करोड़ों रुपये की ठगी का मामला दर्ज कराया। एसएसपी जे। रविंद्र गौड़ का कहना है कि मामला दर्ज करके साइबर सेल को जांच दी गई है।

क्या है मामला

थाना गंगानगर स्थित राजेंद्र नगर निवासी महिला धवनी जैन ने भारती स्कूल आफ स्कील इंस्टीट्यूट खोला है, जिसमें आठ लोग पार्टनर हैं। वह लोगों से एचडीएफसी बैंक, यस बैंक व कैनरा बैंक समेत सभी सरकारी बैंकों में नौकरी के नाम पर 10 से 20 हजार रुपये वसूल रहे थे।

आज क्या हुआ

रविवार सुबह सात बजे एचडीएफसी व कैनरा व यस बैंक में नौकरी लगवाने के लिए बुलाए गए इंटरव्यू में ढाई से तीन हजार लोग होटल राजमहल पहुंचे। वहां पर मौजूद धवनी जैन व पार्टनर सुमन वाधवा, संकल्प, अमन, सुशील कुमार, महिमा के साथ बैंक में नौकरी लगाने के नाम पर लोगों के इंटरव्यू लेना शुरू कर दिया। इंटरव्यू में उल्टे सीधे सवाल पूछने पर भीड़ को शक हो गया। उन्होंने हंगामा करते हुए पुलिस को फोन कर दिया। पुलिस के पहुंचते ही वहां पर भगदड़ मच गई। इंटरव्यू लेने वाले लोग छतों से कूद कर भागने लगे। पुलिस ने सभी इंटरव्यू लेने वाले लोगों को दबोच लिया। 250 से ज्यादा लोगों ने मुकदमा दर्ज कराने के लिए पुलिस को तहरीर दी। तहरीर पर ठगी का मामला दर्ज किया गया।

ठगी का है मामला

थाना सदर बाजार में बबीता, सरीन, राधिका, मेघना वाधवा, कपिल कुमार समेत 250 लोगों ने आरोप लगाया कि धवनी जैन ने ढाई से तीन हजार लोगों से बैंक में नौकरी हासिल करने के लिए 10 से 20 हजार रुपये जमा कराए हैं। उनके पांच करोड़ रुपये आरोपियों के पास फंसे हुए हैं।

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योजना की आड़ में

पढ़े लिखे बेरोजगार लोगों को ठगने के लिए आरोपी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा चलाई जा रही स्किल डेवलपमेंट योजना का इस्तेमाल कर रहे थे। उन्हीं का नाम पर करोड़ों रुपये की ठगी की जा रही थी। लोगों ने आरोप लगाया कि धवनी जैन ने अपने कार्यालय में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की फोटो लगा रखी थी। वह लोगों से यह कहकर ठगी कर रहे थे कि वह नरेंद्र मोदी द्वारा चलाई जा रही स्कीम के तहत लोगों को नौकरी दिलवा रहे है।

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बैंक के नाम का इस्तेमाल

पुलिस को राजमहल होटल से कई बैंकों के नाम पर छपे फार्म मिले। जिसमें एचडीएफसी, यस बैंक, कैनरा बैंक समेत कई बैंक शामिल हैं। एसएसपी जे.रविंद्र गौड़ के आदेश पर साइबर सेल के इंचार्ज कर्मवीर व मनीष शर्मा ने मामले की जांच शुरू की।

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गंगानगर में भी छापा

पुलिस ने धवनी जैन की निशानदेही पर उनके कार्यालय व घर पर छापेमारी की। वहां पर रखे काफी रिकार्ड को अपने कब्जे में लिया। पुलिस का कहना है कि यह अब तक काफी संख्या में लोगों को अपना शिकार बना चुका है। पुलिस को जानकारी मिली है कि धवनी जैन का मुजफ्फरनगर, दिल्ली, हरिद्वार, गुड़गांव, पंजाब में भी नेटवर्क फैला हुआ है। इस गिरोह से जुड़े लोग अन्य प्रदेशों में जाकर लोगों के साथ ठगी कर चुके है। लोगों ने आरोप लगाया कि आरोपी बेरोजगार युवक युवतियों को अपना शिकार बनाते थे।

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आठवीं पास बैंक का जोनल मैनेजर!

मेरठ : राजमहल होटल में एक अजीब नजारा देखने को मिला। एक आठवीं पास युवक एचडीएफसी बैंक का जोनल मैनेजर बनकर एमबीए, गे्रजुएट, पोस्ट ग्रेजुएट अभ्यर्थियों का इंटरव्यू ले रहा था। सदर थाने की हवालात में उसने पुलिस के सामने कबूल किया कि वह आठवीं पास है। इस इंटरव्यू के लिए उसे पांच हजार रुपये दिए जाने थे।

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- धवनी जैन, निवासी गंगानगर, मेरठ। ठगी के गिरोह की मास्टर माइंड

-सुमन वाधवा, निवासी गंगानगर, मेरठ

-महिमा, निवासी गंगानगर, मेरठ

- दीपा,

-विनोद भारती, निवासी

-विशाल, निवासी गंगानगर, मेरठ

-सुशील कुमार (धवनी जैन का पति), निवासी गंगानगर

- आयुष, निवासी लालकुर्ती सिर्फ आठवीं पास है। उसे एचडीएफसी बैंक का जोनल मैनेजर बनकर इंटरव्यू कर रहा था।

-अमन, निवासी दिल्ली। हाईस्कूल पास है। वह यस बैंक का वेस्टर्न हेड बनकर लोगों का इंटरव्यू कर रहा था।

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प्रधानमंत्री के नाम पर ठगने का मामला सामने आया है। मामले की जांच साइबर सैल को दे दी गई है। सभी पकड़े गए आरोपियों का रिकार्ड खंगाला जा रहा है। इस गिरोह के अन्य लोगों को भी ढूंढा जा रहा है।

-जे। रविंद्र गौड़, एसएसपी