ALLAHABAD: गंगापार के गांव जैतवारडीह में रविवार रात भूसा कारोबारी गोपी नाथ यादव की धारदार हथियार से हत्या कर दी गई। सोमवार सुबह हत्याकांड की खबर गांव में फैलते ही सनसनी फैल गई। कुछ ही देर में एसपी गंगापार सुनील सिंह सीओ थरवई समेत कई थाने की फोर्स, फोरेंसिक टीम व डॉग स्क्वॉड मौके पर पहुंचा।

नए मकान के बरामदे में सोए थे

थरवई थाना क्षेत्र के जैतवारडीह गांव निवासी गोपीनाथ भूसा का कारोबार करते थे। रविवार शाम वे गांव के ही एक शख्स के साथ भांजे की शादी में बाकरगंज गए थे। रात करीब साढ़े 10 बजे लौटे और नए वाले मकान के बरामदे में सो गए। देर रात करीब एक बजे उनका बड़ा बेटा अभय लोडर वाहन लेकर घर लौटा तो देखा कि पिता जागकर इंतजार कर रहे हैं। अभय पिता के तकिया के नीचे गाड़ी की चाभी रखकर घर के अंदर चला गया।

भूसा के ग्राहक ने मचाया शोर

सोमवार सुबह करीब आठ बजे भूसा खरीदने के लिए ग्राहक आया तो खटिया पर खून से लथपथ गोपीनाथ की लाश देख दंग रह गया। उसके शोर मचाने पर परिजन भी आ गए। खबर फैलते ही वहां भीड़ जमा हो गई। कारोबारी के हत्या की खबर मिलते ही पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे। मृतक के पास से उसका मोबाइल मिला, जिसे कब्जे में ले लिया गया। परिवार वालों ने किसी पर आरोप नहीं लगाया है। बेटे अजय की तहरीर पर प्रभारी थानाध्यक्ष उमेश कुशवाहा ने अज्ञात बदमाशों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू की है।

आखिर क्यों हुई गोपी की हत्या

हत्या के बाद जांच में जुटी पुलिस को कारोबारी गोपीनाथ की हत्या का कारण स्पष्ट नहीं हो सका है। पुलिस को इस दौरान कई जानकारी मिली है। पता चला है कि मृतक का अपने ही पट्टीदार से संपत्ति को लेकर विवाद था। कई साल पहले उसकी एक बेटी भी गायब हो गई थी। इसे लेकर पड़ोसी गांव के एक शख्स से झगड़ा हुआ था। बेटे ने बताया कि गोपीनाथ हमेशा अपने पास पांच से 10 हजार रुपये रखते थे। ऐसे में पुलिस लूट और पुरानी रंजिश के बिंदु पर भी छानबीन कर रही है। मोबाइल की कॉल डिटेल रिपोर्ट भी निकलवाई जा रही है।

कारोबारी की हत्या का कारण अभी स्पष्ट नहीं है। पुराने विवाद को खंगाला जा रहा है। अज्ञात के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर लिया गया है। हत्यारों को जल्द ही पकड़ लिया जाएगा।

सुनील कुमार सिंह, एसपी गंगापार