नई दिल्ली (एएनआई)। कोहली ने कहा कि क्रिप्टो करेंसी बिल की बहुत समय से इंतजार था। अर्थव्यवस्था में 4,000 से ज्यादा डिजिटल करेंसी बनी हुई है। इस करेंसी का इस्तेमाल 21 से 35 वर्ष की उम्र के युवा कर रहे हैं। इन्होंने अपनी मेहनत की कमाई का क्रिप्टो करेंसी के जोखिमों को जाने बगैर निवेश किया है।

देश की अर्थव्यवस्था में 70 हजार क्रिप्टो करेंसी

अर्थशास्त्री कोहली ने कहा कि क्रिप्टो करेंसी में तकरीबन 60,000 से 70,000 करोड़ रुपये का निवेश किया गया है। इसका कोई आधार नहीं है। क्रिप्टो करेंसी की कीमतें खबरों से उपर-नीचे होती रहती हैं। क्रिप्टो करेंसी के फीचर को लेकर कोहली ने कहा कि गणितीय एल्गोरिदम के जरिए क्रिप्टो करेंसी की माइनिंग की जाती है। फार्म्युला मैच होने पर माइनिंग पूरी होती है और एक क्वाइन अस्तित्व में आती है।

क्रिप्टो करेंसी कभी भी हो सकती है क्रैश

कोहली ने कहा कि दूसरों की तरह क्रिप्टो करेंसी में कोई आधार नहीं है। यही वजह है कि यह कभी भी क्रैश हो सकती है। हमने देखा है कि लोगों का पैसा दोगुना हो गया है। उन्होंने अपनी जिंदगी में ही तीन डाॅलर के बिटक्वइन जो 150 रुपये का था (उस समय एक डाॅलर की कीमत 50 रुपये थी) आज उसी बिटक्वाइन की कीमत 50 लाख रुपये हो गई है।

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