--सिटी के 36 सेंटर्स पर हुई सीटेट परीक्षा

रांची : राजधानी रांची में रविवार को 36 केंद्रों पर सीटेट हुई। सेंटर से परीक्षा देकर निकले विद्यार्थियों ने कहा कि गणित के सवालों को हल करने में अधिक समय लग रहे थे। जबकि सामान्य अध्ययन के कुछ प्रश्न उलझाने वाले थे। स्पष्ट विकल्प नहीं होने के कारण परेशानी हुई। ¨हदी व अंग्रेजी में प्रश्न आसान थे। द्वितीय पत्र में गणित में अल्जेबरा व त्रिकोणमिति के प्रश्न कठिन थे। वहीं प्रथम पत्र में ज्यामिति और नंबर सिस्टम के सवाल कठिन थे। गणित एक्सपर्ट कुमार चंदन के अनुसार गणित के प्रश्न कॉंसेप्ट आधारित थे।

जेनरल के लिए 60 परसेंट

प्रथम पाली में लैंग्वेज वन व टू, ईवीएस, गणित व चाइल्ड मैनेजमेंट से 30-30 प्रश्न पूछे गए थे। द्वितीय पाली में गणित व सोशल साइंस से 60-60 प्रश्न थे। शेष विषयों में 30-30 प्रश्न ही थे। परीक्षा का परिणाम जनवरी में जारी कर दिया जाएगा। सामान्य जाति के अभ्यर्थियों के लिए क्वालिफाइंग 60 प्रतिशत (150 में 90 सही हल) है। वहीं एससी, एसटी व ओबीसी के लिए 55 प्रतिशत (150 में 82 सही हल) है।

महिला उत्पीड़न से लेकर प्रदूषण की ंिचंता

पेपर टू में सामान्य अध्ययन में एक प्रश्न था- निम्नलिखित में कौन, भारत में एक राज्य के राज्यपाल की नियुक्ति करते हैं? इसके विकल्प थे-1. संसद के सदस्य 2. केंद्र सरकार 3. अटार्नी जनरल 4. विधानसभा के सदस्य। इस प्रश्न ने परीक्षार्थियों को उलझाया। रांची विवि के प्रो। धीरेंद्र त्रिपाठी ने कहा कि सटीक उत्तर राष्ट्रपति होगा। लेकिन इस चार विकल्प में से सही उत्तर ढूंढना है तो केंद्र सरकार होगा। एक प्रश्न था- जनजातीय लोगों के इतिहास के पुननिर्माण में निम्न में से कौन कथन गलत है? महिला उत्पीड़न से जुड़े सवाल थे- 1997 में भारतीय उच्चतम न्यायालय ने विशाखा निर्देश की रचना महिलाओं को यौन उत्पीड़न से बचाने से बचाने के लिए की। प्रदूषण पर भी सवाल थे- प्रदूषण रहित हवा का अधिकार, भारत में किस मौलिक अधिकार के भाग के रूप में स्वीकारा गया है? एक सवाल था- भारत का वर्णन करने के लिए विविधता में एकता मुहावरे का निर्माण किसने किया था? इसके विकल्प थे- 1. बीआर आंबेडकर 2. एमके गांधी 3. राजेंद्र प्रसाद 4. जवाहरलाल नेहरू

कंप्रीहेंशन में जल संकट

अंग्रेजी में जल संकट पर कंप्रीहेंशन था। इसे बचाने के लिए लोगों को जागरूक करने की बात कही गई थी। जुलाई माह में भी इस तरह के कंप्रीहेंशन पूछा गया था। ¨हदी में भाषा सीखने और गांव के महत्व पर गद्दांश थे।

75 फीसद रही उपस्थिति

सेंटर पर परीक्षार्थियों को कड़ी जांच से गुजरना पड़ रहा था। प्रवेश द्वार पर मेटल डिटेक्टर से जांच हो रही थी। सीबीएसई के सीटेट के रांची के को-ऑर्डिनेटर सह गुरुनानक स्कूल के प्राचार्य डॉ। मनोहर लाल के अनुसार परीक्षा में 75 फीसद उपस्थिति रही। रांची में 36 सेंटर बनाए गए थे जहां 25,000 परीक्षार्थियों को परीक्षा में भाग लेना था।