फैक्ट फाइल
20 कारीगर पश्चिम बंगाल से आए हैं दुर्गा पूजा पंडाल तैयार करने के लिए
15 दिनों से दुर्गा पूजा पंडाल तैयार करने का चल रहा है काम
03 लाख रुपए पंडाल तैयार करने का बना है बजट
26वें साल में पहुंची है झूंसी योजना-2 बारवारी पूजा कमेटी
1991 में झूंसी योजना-2 बारवारी पूजा पंडाल की हुई थी शुरुआत
65 हजार रुपए में वाराणसी से पूजा पंडाल के लिए मंगाई गई है मूर्ति
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-झूंसी योजना 2 बारवारी के 26वें साल में साउथ के मंदिर को बनाया थीम
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PRAYAGRAJ: नवरात्र महोत्सव की तैयारियों ने रफ्तार पकड़ ली है। नवरात्र 29 अक्टूबर से शुरू हो रहा है। इसके लिए दुर्गा पूजा पंडाल को फाइनल टच दिया जा रहा है। थीम और लुक पर खासा जोर है। प्रत्येक दुर्गा पूजा कमेटी अपनी थीम को लेकर उत्साहित है। झूंसी योजना-2 बारवारी के मेंबर्स इस बार दुर्गा पूजा पंडाल को साउथ के वेंकटेश मंदिर की थीम पर तैयार कराने में जुटे हैं।
ताकि आए साउथ की फील
बारवारी कमेटी के महामंत्री सुशील मिश्रा ने इस बारे में डिटेल में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि हर साल अलग-अलग थीम पर दुर्गा पूजा पंडाल तैयार कराया जाता है। इस साल वेंकटेश मंदिर की थीम रखी गई है। पंडाल में आने वाले श्रद्धालुओं को साउथ के मंदिर का फील देने के लिए पंडाल के अंदर भी वेंकटेश मंदिर की तर्ज पर डेकोरेट किया जा रहा है। इससे पंडाल अंदर और बाहर दोनों ही तरफ से वेंकटेश मंदिर जैसा दिखाई देगा।
वेस्ट बंगाल से कलाकार
उन्होंने बताया कि पूजा पंडाल को तैयार करने के लिए विशेष रूप से वेस्ट बंगाल से कारीगर बुलाए गए है। 20 कारीगर पिछले 15 दिनों से पंडाल बनाने में जुटे हुए है। उन्होंने बताया कि 1991 में पहली बाद झूंसी योजना 2 बारवारी कमेटी का गठन किया गया था। उसके बाद से लगातार हर साल बारवारी की तरफ से पूजा पंडाल बनाने के लिए अलग-अलग थीम पर प्रयोग किया जाता है। कमेटी के मेंबर्स के बीच चर्चा के बाद थीम फाइनल होती है।
वाराणसी से मंगाई गई है मूर्ति
दुर्गा पूजा पंडाल के लिए मूर्ति को पहले प्रयागराज में ही तैयार कराया जाता था। लेकिन इस बार झूंसी योजना-2 बारवारी के पूजा पंडाल के लिए विशेष रूप से वाराणसी से मूर्ति को मंगाया गया है। सुशील मिश्र ने बताया कि मां दुर्गा की मूर्ति को वाराणसी से 65 हजार रुपए में मंगाया जा रहा है।