- मियाद पूरी कर चुके 300 पेड़ बताए जा रहे फॉरेस्ट हाइजीन के लिए खतरा

- पेड़ों का जल्द नहीं किया गया कटान तो होगा लाखों का नुकसान

DEHRADUN: एफआरआई में फ्00 बूढ़े पेड़ और गिराए जाएंगे। इससे पहले एफआरआई में 90 साल पुराने म्8 पाइन ट्री वन मंत्रालय की स्वीकृति के बाद काटे गए थे। बताया जा रहा है कि फ्00 और पुराने पेड़ों को काटने की एफआरआई ने वन मंत्रालय से स्वीकृति मांगी है।

पेड़ नहीं काटे तो होगा नुकसान

बताया जा रहा है कि एफआरआई कैंपस में फ्00 पेड़ अपनी मियाद पूरी कर चुके हैं, अगर जल्द ही ये पेड़ नहीं काटे गए तो ये सड़ जाएंगे और लाखों की इमारती लकड़ी का नुकसान उठाना पड़ेगा। इतना ही नहीं मियाद पूरी करने के बाद ये बूढ़े पेड़ फॉरेस्ट हाइजीन के लिए खतरे का सबब भी बन सकते हैं।

लाखों रुपए का िमलेगा राजस्व

हाल ही में एफआरआई के चैंपियन ब्लॉक में क्9ख्म् में रावलपिंडी से लाए गए विशेष प्रजाति के म्8 पाइन ट्री एफआरआई द्वारा काटे गये थे। उन पेड़ों की नीलामी भी एफआरआई एड्मिनिस्ट्रेशन द्वारा करवा दी गई है। अब फ्00 पेड़ों को काटने की स्वीकृति मिलते ही, इन्हें गिराया जाएगा। मियाद पूरी कर चुके इन पेड़ों से एफआरआई को लाखों रुपए का राजस्व भी मिलेगा।

ख् लाख रुपए होंगे खर्च

फ्00 पेड़ों के कटान के लिए एफआरआई को करीब डेढ़ से दो लाख रुपए के बजट की जरूरत है। बजट को लेकर फिलहाल मंथन किया जा रहा है। पिछले दिनों जो पेड़ एफआरआई द्वारा कटवाए गए थे, उनके लिए दूसरी मदों से बजट का इंतजाम किया गया था। हालांकि उन पेड़ों के ऑक्शन से एफआरआई को कमाई भी हुई थी। लेकिन फ्00 पेड़ों को कटवाने के लिए फिलहाल एफआरआई के पास बजट की कमी है।