- दून साइबर थाना पुलिस ने दिल्ली से किया गिरफ्तार

- नाइजीरियन गैंग के साथ मिलकर साइबर ठगी में रही शामिल

- मूल रूप से नागालैंड की रहने वाली है आरोपी महिला

देहरादून,

नाइजीरियन गैंग के साथ मिलकर साइबर फ्रॉड को अंजाम देने वाली महिला को दून साइबर थाना पुलिस ने दिल्ली से गिरफ्तार कर लिया है। महिला की पहचान नजानो यंथान के रूप में हुई है, जो मूल रूप से नागालैंड की रहने वाली है। महिला का नाइजीरिया से इंडिया में साइबर ठगी करने वाली गैंग से लिंक था, इंडिया में आरोपी महिला कई लोगों को ठग चुकी थी। आरोपी को दिल्ली से गिरफ्तार कर दून लाया गया है।

गैंग के दो गुर्गे पहले अरेस्ट

साइबर फ्रॉड के एक केस में बीते 9 सितंबर को पुलिस ने दिल्ली से दो आरोपियों को गिरफ्तार किया था। आरोपियों ने पुलिस पूछताछ में गैंग की मास्टरमाइंड महिला की जानकारी दी थी। पुलिस ने पड़ताल की तो महिला का नाइजीरियन-419 गैंग से लिंक पुष्ट हुआ। साइबर थाना पुलिस ने आरोपी महिला को ट्रैप करने दिल्ली रवाना हुई और महिपालपुर से आरोपी महिला को अरेस्ट कर लिया। संडे को पुलिस महिला को लेकर दून पहुंची। उसके कब्जे से कई मोबाइल फोन और अन्य दस्तावेज बरामद हुए हैं, जिनकी पड़ताल की जा रही है।

नाइजीरियन-419 के नाम से कुख्यात गैंग

साइबर क्राइम की दुनिया में नाइजीरियन ठगों की गैंग को नाइजीरियन-419 नाम से जाना जाता है। कई देशों में नाइजीरियन ठगों की गैंग कुख्यात है। इंडिया में भी गैंग नाइजीरिया में बैठे-बैठे साइबर फ्रॉड की वारदातों को अंजाम देती है। दून में भी इसी तरह की वारदात सामने आई थी। नाइजीरियन गैंग के इंडिया में कई गुर्गे हैं, जो गैंग के लिए काम करते हैं और लोगों को अपने जाल में फांसते हैं। दिल्ली से गिरफ्तार की गई महिला का नाइजीरियन गैंग से लिंक मिला है।

नाइजीरिया से इंडिया में फ्रॉड

दिल्ली से पकड़ी गई महिला ने पुलिस को बताया कि वह नाइजीरियन गैंग की एजेंट के रूप में काम करती है। उसके ग्रुप में आधा दर्जन नाइजीरियन हैं, जो पहले इंडिया में रहकर ही ठगी की वारदातों को अंजाम देते थे, लेकिन पुलिस से बचने के लिए अब वे नाइजीरिया से ही इंडिया में अपने एजेंट्स के जरिए वारदात को अंजाम दे रहे हैं। नाइजीरिया में बैठे ठग लोगों को विदेशी नंबरों से कॉल करते हैं या फिर व्हाट्सएप-फेसबुक पर लोगों से दोस्ती गांठ लेते हैं। उन्हें लॉटरी निकलने या विदेश में व्यापार करने का झांसा देते हैं। इसके बाद लोगों को इंडिया में विदेशी कंपनी का एजेंट बताकर अपने गुर्गो के मोबाइल नंबर देते हैं। ठगी की रकम लेने के लिए अधिकांश महिला एजेंट्स के मोबाइल नंबर का ही यूज किया जाता है। ताकि महिलाओं पर कोई शक भी आसानी से न कर पाए।

विदेश में लॉटरी, व्यापार का झांसा

नाइजीरियन ठग लोगों को विदेशी व्यापार के नाम पर लूटते हैं। लोगों को विदेश में व्यापार करने की अपॉच्र्युनिटी देने, विदेश में लॉटरी निकलने, फॉरिन फंड ट्रांसफर का झांसा देकर ठगा जाता है। उनसे इनके बदले रकम ली जाती है और फिर गैंग इस रकम को हड़प जाती है। इंडिया में बैठे गुर्गो को उनका कमीशन दे दिया जाता है।

नाइजीरियन-419 गैंग साइबर फ्रॉड की वारदातों को बड़ी चालाकी से अंजाम देती है। फ्रॉड के लिए हाईटेक तरीके अपनाते हैं। साइबर फ्रॉड के नए-नए पैंतरे अपनाने वाली इस गैंग की लंबे समय से पड़ताल की जा रही थी, आखिरकार दिल्ली से गैंग की इंडियन मास्टरमाइंड गिरफ्तार कर ली गई।

रिधिम अग्रवाल, डीआईजी एसटीएफ।