-साइबर सेल ने दो साइबर क्रिमिनल्स को दबोचा

-ब्रांडेड शूज, मल्टीमीडिया मोबाइल और लैपटाप ई शापिंग से खरीदे

-क्राइम ब्रांच की सक्रियता से बच गए थे लाखों रुपए

ALLAHABAD: ब्रांडेड शूज पसंद है। मल्टीमीडिया मोबाइल को लाइफ स्टाइल का हिस्सा बन चुका है। होटल और रेस्टोरेंट में पार्टी तो बनती ही है। ट्रेन में एसी में सफर नहीं किया तो जर्नी बेकार है। ये बात अलग है कि इसके लिए घर वाले रुपए नहीं देते थे। फिर क्या था। लग गई लत और बन गए साइबर क्रिमिनल। दूसरों के बैंक एकाउंट से ई शॉपिंग और बुकिंग करके अपनी लाइफ स्टाइल को लग्जरी बनाने वाले दो लड़कों को साइबर सेल ने अरेस्ट कर लिया। उनके पास से इंटरनेट शॉपिंग के थ्रू मंगाए गए लग्जरी आइटम भी मिले हैं।

महमूद को लगाया था चूना

महमूद बिजनेसमैन है। उनका बिजनेस मुम्बई और पुणे में है। उनकी फैमिली शहर से दूर सरायममरेज एरिया में रहती है। लास्ट मंथ मार्च में उनके फैमिली से कोई एटीएम के थ्रू रुपए निकालने पहुंचा था। इस दौरान एटीएम के अंदर पहुंचे साइबर क्रिमिनल्स ने एटीएम का नंबर और पासवर्ड देख लिया। क्8 मार्च से लेकर ख्ब् मार्च तक साइबर क्रिमिनल्स ने महमूद के बैंक एकाउंट से क् लाख फ्0 हजार रुपए की शॉपिंग कर डाली। बैंक एकाउंट में करीबक्0 लाख रुपए थे। जब इस बात की जानकारी महमूद को हुई तो उनके होश उड़ गए। उन्होंने तत्काल साइबर क्राइम का मामला दर्ज कराया।

बच गए म्0 हजार रुए

साइबर सेल के प्रभारी सब इंस्पेक्टर ज्ञानेन्द्र राय ने बताया कि जांच के दौरान पता चला कि करीब म्0 हजार रुपए की बुकिंग हो चुकी है लेकिन अभी उसकी डिलेवरी नहीं हुई है। क्राइम ब्रांच ने संबंधित कंपनियों को इस फ्राड से अवगत कराया और महमूद का म्0 हजार रुपए वापस दिला दिए। धीरे-धीरे उनके बैंक एकाउंट में रुपए वापस आ जाएंगे। सभी ट्रांजेक्शन कैंसिल करा दिया गया।

बीए के स्टूडेंट निकले आरोपी

पुलिस ने बताया कि बैंक स्टेटमेंट की डिटेल निकलवाई गई। जिससे यह पता चला कि महमूद के बैंक एकाउंट से कहां-कहां ट्रांजेक्शन हुआ है और किसे डिलेवर किया गया है। इसकी जानकारी मिलने के बाद पुलिस ने सर्विलांस की मदद से आरोपी लड़कों की तलाश शुरू कर दी। इस दौरान पुलिस ने सरायममेरज के रहने वाले विवेक उर्फ किशन और अनंत मिश्रा को पकड़ा। पुलिस ने बताया कि विवेक और अनंत दोनों शहर में रेंट पर रूम लेकर रहते थे। विवेक नेहरू ग्राम भारतीय का बीए का स्टूडेंट बताया है जबकि अनंत कानपुर यूनिवर्सिटी से प्राइवेट बीए की पढ़ाई कर रहा है।

दिल्ली में होता था ट्रांजेक्शन

दोनों शातिर लड़के मिल कर इस धंधे को एक साल से चला रहे थे। अनंत का एक भाई दिल्ली में रहता है। इंटरनेट की मदद से वह दिल्ली में उसके रूम में बुकिंग करता था। पुलिस ने उनके पास से सामान भी बरामद कर लिया है। पुलिस की माने तो हराम के रुपए से दोनों लड़के ट्रेन से एसी में सफर करते थे। सिविल लाइंस में माल में जॉब कर पिज्जा खाते थे। आए दिन आन लाइन ही पिज्जा बुक कराते थे। इस ऑपरेशन में एसआई ज्ञानेन्द्र राय, एसआई केशव सिंह चौहान, कांस्टेबल पंकज, सोनू, आमोद, दीपक और राजीव आदि शामिल रहे।