-धूमनगंज और कैंट एरिया में साइबर क्रिमिनल्स ने दो महिलाओं को बनाया शिकार

-वेरीफिकेशन के नाम पर लिया एकाउंट नंबर और पासवर्ड, फिर कर दिया खेल

ALLAHABAD: आप गलती नहीं करेंगे तो साइबर क्रिमिनल्स लाख कोशिश करके भी आपको कोई नुकसान नहीं पहुंचा सकते। यह एक सच है तो दूसरा सच यह है कि आपकी जरा सी लापरवाही आपको बड़ी चोट दे सकती है। पुलिस के ऑफिसर्स हों, बैंक हों या फिर हम, सब आपको जागरुक कर सकते हैं। लुटने से बचने के लिए एहतियात आपको ही बरतना होगा। एहतियात बरतने में हुई चूक के चलते दो महिलाओं का बैंक एकाउंट खाली हो गया। अब वह पुलिस के चक्कर लगा रही हैं।

पहला शिकार नैनी की महिला

नीता चतुर्वेदी नैनी एरिया में रहती हैं। उनका हाईकोर्ट के पास स्थित बैंक में एकाउंट है। नीता ने आई नेक्स्ट को बताया कि +91 8697414647 नंबर से उन्हें एक काल आई थी। कॉल करने वाले ने बैंक से कॉल होना बताया और कहा कि एकाउंट होल्डर का केवाईसी वेरीफाई किया जा रहा है। केवाईसी वेरीफिकेशन के बाद उसने नीता से एकाउंट नंबर पूछा तब भी वह समझ नहीं पाई कि माजरा क्या है। फोन करने वाला कोई शातिर बदमाश है। इसके बाद नीता को यह सब कुछ याद तब आया जब साइबर क्रिमिनल्स अपना काम कर चुके थे। आन लाइन शॉपिंग करके उन्होंने नीता के बैंक एकाउंट को साफ कर दिया था। इसकी जानकारी होने पर नीता के होश उड़ गए। बैंक डिटेल से फ्राड का राज खुला तो वह कैंट पुलिस के पास पहुंचीं। पुलिस ने फ्राड और साइबर क्राइम का मामला दर्ज किया है।

एटीएम के भीतर बदल लिया कार्ड

दूसरी ओर रेनू ठाकुर को साइबर बदमाशों ने एटीएम कार्ड बदलकर 70000 का चूना लगा दिया। अलका बिहार कालोनी धूमनगंज की रहने वाली रेनू ठाकुर मुंडेरा के पास स्थित आईसीआईसीआई बैंक से रुपए निकालने गई थीं। वहां एक लड़का पहले से खड़ा था। ट्रांजेक्शन के बाद भी रुपए नहीं निकले तो रेनू को वहां मौजूद लड़के ने झांसे में लेकर एटीएम बदल लिया। रेनू अपना एटीएम समझ कर लेती आई। बाद में पता चला कि एटीएम बदल चुका है और उसने एटीएम से 70000 रुपए उड़ा दिए। इसकी जानकारी होने पर रेनू ने धूमनगंज पुलिस से आपबीती सुनाई। पुलिस ने इस मामले में भी साइबर फ्राड का मामला दर्ज कर लिया।

एसपी क्राइम ने किया था एलर्ट

साइबर के बढ़ते क्राइम को देखते हुए एसपी क्राइम अरुण पाण्डेय ने लोगों को एलर्ट रहने की सलाह दी थी। उन मोबाइल नंबर को सार्वजनिक किया था जो फ्राड करने वाले यूज करते हैं। आई नेक्स्ट ने फ्राड करने वालों का पूरा मोबाइल नंबर भी गुरुवार के अंक में पब्लिश किया है।

For your information

-बैंक वाले क्रेडिट कार्ड की डिमांड पर कॉल करके वेरीफिकेशन करते हैं लेकिन एकाउंट नंबर कभी नहीं मांगते

-डेबिट कार्ड के मामले में बैंक कॉल के जरिए कोई वेरीफिकेशन नहीं करता

-आरबीआई भी मोबाइल या कॉल करके वेरीफिकेशन के नाम पर एकाउंट नंबर या एटीएम पासवर्ड की डिटेल कभी नहीं मांगते

-कॉल पर कोई बैंक एकाउंट से संबंधित डिटेल मांगे तो बिल्कुल न दें

-एसपी क्राइम ने बुधवार को जारी की थी 62 ऐसे नंबर्स की लिस्ट

Be alert

-एटीम के रिस्पांस में प्राब्लम है तो वहां कतई ट्रांजेक्शन न करें

-कोई की कोई की लॉक है तब भी ट्रांजेक्शन न करें

-किसी अजनबी को अपना कार्ड स्वैप करने के लिए कतई न दें

-एटीएम के भीतर किसी की हेल्प ले रहे हैं तो चेक कर लें कि आपको उसने वही कार्ड लौटाया है जिस पर आपका नाम अंकित है

-एटीएम कार्ड पर सिक्नेचर वाले एरिया में अपना हस्ताक्षर जरूर बनाकर रखें

-एटीएम पिमाइस में पहले से कोई मौजूद है तो उससे बाहर जाने की रिक्वेस्ट कर लें

-अपना एटीएम किसी दूसरे को इस्तेमाल करने के लिए न दें