-नगालैंड में तैनात फीरोजाबाद के फौजी के खाते से ट्रांसफर की थी रकम

-वाराणसी और बिहार के गया जिले में निकाले गए रुपये

आगरा। साइबर शातिरों ने नगालैंड में तैनात फौजी समेत दो लोगों को अपना शिकार बनाया। उनकी रकम महिला के बैंक खाते में ट्रांसफर कर दी। इसके बाद उसे बिहार के जिले गया और वाराणसी में साथियों के खाते में डालकर निकाल लिया। दस महीने बाद महिला को इसका पता चला तो होश उड़ गए। सोमवार को एसएसपी बबलू कुमार से मामले की शिकायत की।

ताजगंज निवासी मंजू आंगनबाड़ी कार्यकत्री हैं। पति भगवान सिंह गाड़ी चालक हैं। मंजू के अनुसार उनका ताजगंज में भारतीय स्टेट बैंक की शाखा में खाता है। वह छह अगस्त को एटीएम से रुपये निकालने गई थी। रुपये नहीं निकलने पर बैंक में जानकारी की तो पता चला कि उनका खाता होल्ड कर दिया गया है।

बैंक के स्टाफ ने बताया कि उनके खाते में पिछले वर्ष 20 एवं 21 अक्टूबर को एक लाख 20 हजार रुपये और 25 अक्टूबर को 30 हजार रुपये नगालैंड से ट्रांसफर किए गए थे। इनमें एक लाख 20 हजार रुपये बिहार के गया जिले में खातों में डालने के बाद निकाली गई। जबकि 30 हजार रुपये वाराणसी में किसी इंद्रजीत मिश्रा के खाते में ट्रांसफर करके निकाले।

उनका खाता फिरोजाबाद के फौजी ने होल्ड कराया था। उन्होंने फौजी से किसी तरह संपर्क किया। उसने बताया कि साइबर शातिरों ने उनके खाते से 3.41 लाख रुपये इसी तरह दूसरों के खातों में ट्रांसफर करके निकाल लिए हैं। मंजू के अनुसार बैंक के अधिकारियों से शिकायत करने पर वह कार्रवाई की जगह सवा महीने से टालमटोल कर रहे हैं। सोमवार को वह शिकायत करने एसएसपी कार्यालय पहुंची। एसएसपी बबलू कुमार के अनुसार मामले की जांच साइबर सेल को दी गई है।

मैसेज नहीं आने से हुई गड़बड़ी

मंजू के अनुसार खाते में रुपये जमा करने और निकालने पर मोबाइल पर मैसेज आते थे। मगर, दस महीने से मैसेज नहीं आ रहे थे। बैंक स्टाफ से इस बारे में पूछा लेकिन उसने कोई संतोषजनक जवाब नहीं दिया।