RANCHI : लुभावने ऑफर देकर कस्टमर्स के बैंक खातों से रकम उड़ाने वाले साइबर चोर गिरोह की वजह से झारखंड शर्मसार हो रहा है। बरेली पुलिस की क्राइम ब्रांच टीम के मुताबिक, साइबर चोरों का कंप्यूटर गेम झारखंड से ऑपरेट हो रहा है। इस गैंग के पास देशभर के उन बैंक खातों की लिस्ट है। जिसमें रोजाना लाखों रुपए का ट्रांजेक्शन होता है। बरेली क्राइम ब्रांच की टीम इस गैंग के उदभेदन को लेकर झारखंड पुलिस के साथ दिल्ली व मुंबई के साइबर एक्सप‌र्ट्स से भी मदद मांगी है।

मोबाइल नंबर्स को ट्रेस करने की हो रही है कोशिश

बरेली क्राइम ब्रांच की टीम उन मोबाइल नंबर्स को ट्रेस करने की कोशिश में जुटी है, जिनसे गैंग के मेंबर्स कस्टमर्स को कॉल कर बैंक खाते की जानकारी के साथ एटीएम कार्ड बदलने के नाम पर पिन नंबर मांगते हैं। अभी तक की छानबीन में जो बातें सामने आई है उसके मुताबिक, मोबाइल नंबर्स की आइडेंटिटी कार्ड फर्जी है। जब एक्सप‌र्ट्स उस मोबाइल नंबर पर कॉल करते हैं तो गैंग के मेंबर्स उसे ब्लैक लिस्ट में डाल देते हैं, जिस कारण कॉल डिसकनेक्ट हो जाता है।

रोमन कोड वर्ड का इस्तेमाल

कस्टमर्स के बैंक खातों से रकम उड़ाने वाले गैंग के मेंबर्स काफी शातिर हैं। पुलिस से बचने के लिए वे कोड वर्ड का इस्तेमाल करते हैं। घटनाओं को अंजाम देने के लिए रोमन लेटर वर्ड और मैथेमेटिक्स के नंबर्स का बतौर कोड वर्ड इस्तेमाल होता है।

दिल्ली और नोएडा से कनेक्शन

क्राइम ब्रांच के मुताबिक, झारखंड से ऑपरेट हो रहे साइबर चोर गैंग का कनेक्शन दिल्ली और नोयडा से भी है। गैंग के मेंबर्स यहां भी एक्टिव हैं और कस्टमर्स के बैंक अकाउंट से रुपए उड़ाने का काम करते हैं। इस बाबत बरेली क्राइम ब्रांच की टीम जल्द ही झारखंड में साइबर चोरों की तलाश में आएगी।