नई दिल्ली (पीटीआई)। मौसम विभाग ने अपने एक बयान में कहा कि बंगाल की खाड़ी में पश्चिम मध्य से उभर रहा चक्रवात अब कमजोर पड़ने लगा है। यह आंध्र प्रदेश के विशाखापत्तनम से 180 किमी पूर्व से दक्षिण पूर्व और पुरी से 330 किमी दक्षिण से दक्षिण पश्चिम की ओर शाम को बना हुआ नजर आ रहा है। वहां से यह उत्तर से उत्तर पूर्व की ओर बढ़ रहा है और लगातार कमजोर पड़ रहा है। रविवार की सुबह इसके पुरी के तट से टकराने की आशंका है।

अंडमान सागर से उभरना शुरू हुआ चक्रवात

मौसम विभाग का कहना है कि यह लगातार उत्तर से उत्तर पूर्व की ओर तटीय इलाकों की तरफ बढ़ता रहेगा। अगले 24 घंटों के दौरान यह पश्चिम बंगाल और ओड़िशा के तट की ओर बढ़ लगातार बढ़ रहा है। सऊदी अरब ने इस चक्रवात का नाम जवाद दिया है। इसका मतलब लचीला या दयावान या क्षमाशील होता है। अंडमान सागर में 30 नवंबर को लो प्रेशर की वजह से यह चक्रवात बना है। 2 दिसंबर को यह डीप डिप्रेशन के रूप में विकसित होकर धीरे-धीरे चक्रवात के रूप में उत्तर से उत्तर पूर्व की ओर लगातार बढ़ रहा है।

बंगाल, ओड़िशा और उत्तर पूर्व में भारी बारिश

भारतीय मौसम विभाग ने कहा कि शुक्रवार को यह चक्रवात के रूप में उभर कर सामने आया। आईएमडी का पूर्वानुमान है गंगा से लगे पश्चिम बंगाल के इलाकों में रविवार को भारी बारिश के आसार हैं। ओड़िशा में भी भारी बारिश हो सकती है। इसके अलावा असम, मेघालय और त्रिपुरा के कुछ इलाकों में कहीं-कहीं रविवार और सोमवार को भारी बारिश होने के आसार बन रहे हैं। बंगाल की खाड़ी में समुद्र के हालात खराब रहेंगे। मौसम विभाग ने मछुआरों को समुद्र में न उतरने की चेतावनी दी है।

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