कोलकाता (एजेंसियां)। पश्चिम बंगाल में चक्रवात रेमल की चपेट में आने से कम से कम चार लोगों की मौत हो गई, जिससे राज्य में बड़े पैमाने पर अव्‍यवस्‍था और तबाही हुई है। सुंदरबन मामलों के विभाग के मंत्री बंकिम चंद्र हाजरा ने कहा है कि भारी बारिश से पेड़ उखड़ गए जो बिजली के तारों पर गिर गए. "तारों की मरम्मत करने के दौरान तार के संपर्क में आने से दो लोगों की मौत हो गई। एक जर्जर इमारत की दीवार गिरने से एक और की मौत हो गई। उन्होंने बताया कि पहले दो मृतक पश्चिम बंगाल के जिले पूर्वी बर्दवान में मेमारी के रहने वाले थे। मरने वालों की पहचान फोरे सिंह (64) और उनके बेटे तरूण सिंह (30) के रूप में की गई है।

पेड़ गिरने से महिला की मौत
हाजरा ने कहा कि दक्षिण 24 परगना के मौसुनी द्वीप समूह से एक और मौत की सूचना मिली है, क्योंकि तेज हवा के कारण एक पेड़ उखड़ गया और रेनुका मंडल (80) पर गिर गया। उन्होंने कहा दुखद मौतों के अलावा, क्षेत्र में मिट्टी के कई घर भी ढह गए हैं। हाजरा ने कहा, "हमने तिरपाल बांटे हैं और लोगों के पुनर्वास की व्यवस्था की जा रही है। राज्य प्रशासन उनके लिए भोजन की व्यवस्था भी कर रहा है। कोलकाता के मेयर फिरहाद हकीम ने कहा कि कोलकाता नगर निगम नियमित रूप से जर्जर इमारतों के मालिकों और निवासियों को इमारत की मरम्‍मत के लिए याद दिला रहा है।याद दिला रहा है, लेकिन वे हमारी सलाह को नजरअंदाज कर देते हैं।

ओडिशा और त्रिपुरा की ओर बढ़ा रेमल
बंगाल की खाड़ी से उठा रेमल चक्रवात पश्चिम बंगाल में तबाही मचाने के बाद ओडिशा और त्रिपुरा की ओर बढ़ रहा जिसको लेकर राज्य सरकारों ने तटीय इलाकों को हाई अलर्ट कर दिया है। त्रिपुरा के छह जिलों को,ओडिशा के चार जिलों को हाई अलर्ट पर रखा गया है वहीं त्रिपुरा के सिपाहीजला और गुमती में रेड अलर्ट किया गया जबकि चार जिलों में ऑरेंज अलर्ट है।

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