नई दिल्ली (पीटीआई)। भारतीय मौसम विभाग ने बताया कि शनिवार को पूर्व-मध्य बंगाल की खाड़ी तथा उससे लगे उत्तरी अंडमान सागर उपर कम दबाव का क्षेत्र बना है। कम दबाव का क्षेत्र चक्रवात बनने का पहला चरण है। हालांकि यह जरूरी नहीं कि हर कम दबाव का क्षेत्र चक्रवाती तूफान में ही तब्दील हो जाए। आईएमडी ने कहा, 'पूर्व-मध्य बंगाल की खाड़ी में रविवार की सुबह कम दबाव के क्षेत्र में अलग-अलग दिशा से चली हवाएं केंद्रित होकर चक्रवात के रूप में तब्दील होंगी। इसके बाद यह चक्रवात तूफान के रूप में सोमवार से उत्तर-उत्तरपश्चिम की ओर बढ़ना शुरू करेगा। उसके बाद अगले 24-24 घंटों के दौरान यह भीषण तूफान के रूप में बदलता जाएगा।'

चक्रवात तौकते की वजह से पश्चिमी तट पर भीषण तबाही

मौसम विभाग ने कहा कि भीषण तूफान के रूप में बदलते हुए यह लगातार उत्तर-उत्तरपश्चिम की ओर बढ़ेगा। भीषण तूफान के बंगाल की खाड़ी के उत्तरी किनारे पश्चिम बंगाल तथा ओड़िशा तथा बांग्लादेश के तट से बुधवार, 26 मई की सुबह तक टकराने की आशंका है। आईएमडी ने कहा कि 26 मई को यह चक्रवाती तूफान पश्चिम बंगाल, उत्तरी ओड़िशा तथा बांग्लादेश के तट को बुधवार, 26 मई की शाम तक पार कर जाएगा।

पिछले मई में भारतीय तटों से टकराए थे दो चक्रवात

पिछले सप्ताह भीषण चक्रवाती तूफान तौकते ने गुजरात के तट से टकराने के बाद अपने पीछे पश्चिमी तट पर तबाही तथा बर्बादी के बड़े निशान छोड़े थे। सप्ताह के अंत में पूरे उत्तर भारत के मैदानी ही नहीं पहाड़ी राज्यों उत्तराखंड तथा हिमाचल प्रदेश में इसका असर देखने को मिला था। अप्रैल-मई तथा अक्टूबर-दिसंबर की अवधि में अकसर चक्रवात आते हैं। पिछले मई के महीने में दो चक्रवात देखने को मिले थे। पहला बंगाल की खाड़ी से उठा चक्रवात अम्फन तथा दूसरा अरब सागर से उठा चक्रवात निसर्ग था। दोनों तूफानों ने भारतीय तट से टकराने के बाद काफी नुकसान किया था।

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