डाॅ. त्रिलोकीनाथ (ज्योतिषाचार्य और वास्तुविद)। Dainik Panchang 1 December 2021 : हिंदू धर्म में पंचांग का विशेष महत्व होता है। बुधवार 1 दिसंबर, को द्वादशी तिथि 23 बजकर 37 मिनट तक तदोपरान्त त्रयोदशी तिथि है। द्वादशी तिथि के स्वामी भगवान विष्णु जी हैं तथा त्रयोदशी तिथि के स्वामी कामदेव जी हैं। बुधवार के दिन गणेश भगवान की पूजा करने का विशेष महत्व होता है। आज के दिन शरीर पर तेल लगाने से मां लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं।

आज के दिन क्या करें और क्या न करें

बुधवार को उत्तर दिशा में जाना अशुभ होता है यदि आवश्यक हो तो घर से धनियां या तेल खाकर निकलें। यह तिथि यात्रा को छोड़कर सभी धार्मिक कार्यों के लिए शुभ मानी गयी है। दिन का शुभ मुहूर्त, दिशाशूल की स्थिति, राहुकाल एवं गुलिक काल की वास्तविक स्थिति के बारे में जानकारी आगे दी गई है।

01 दिसंबर 2021 दिन- बुधवार का पंचाग

सूर्योदयः- प्रातः 06:43:00

सूर्यास्तः- सायं 05:17:00

विशेषः- बुधवार के दिन गणेश भगवान की पूजा करने का विशेष महत्व होता है। आज के दिन शरीर पर तेल लगाने से मां लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं।

विक्रम संवतः- 2078

शक संवतः- 1943

आयनः- दक्षिणायन

ऋतुः- चित्रा ऋतु

मासः- मार्गशीर्ष माह

पक्षः- कृष्ण पक्ष

तिथिः- द्वादशी तिथि 23 बजकर 37 मिनट तक तदोपरान्त त्रयोदशी तिथि

तिथि स्वामीः- द्वादशी तिथि के स्वामी भगवान विष्णु जी हैं तथा त्रयोदशी तिथि के स्वामी कामदेव जी हैं।

नक्षत्रः- चित्रा 18:47:00 तक तदोपरान्त स्वाति नक्षत्र

नक्षत्र स्वामीः- चित्रा नक्षत्र के स्वामी मंगल जी हैं तथा स्वाति नक्षत्र के स्वामी राहु देव जी हैं।

योगः- सौभाग्य 20:43:17 तक तदोपान्त शोभन

गुलिक कालः- शुभ गुलिक काल 10:51:00 A.M से 12:09:00 P.M तक

दिशाशूलः- बुधवार को उत्तर दिशा में जाना अशुभ होता है यदि आवश्यक हो तो घर से धनियां या तेल खाकर निकलें।

राहुकालः- आज का राहुकाल 12:09:00 P.M से 01:28:00 P.M तक

तिथि का महत्वः- यह तिथि यात्रा को छोड़कर सभी धार्मिक कार्यों के लिए शुभ मानी गयी है।

“हे तिथि स्वामी, नक्षत्र स्वामी, योग स्वामी, दिन स्वामी, आप पंचाग का पाठन करने वालों पर अपनी कृपा दृष्टि बनाये रखना।”