कानपुर (इंटरनेट-डेस्क)। Dainik Panchang 11 Dec 2020: शुक्रवार एकादशी 10:05:30 तक तदोपरान्त द्वादशी तिथि है। एकादशी तिथि के स्वामी विश्वदेव जी हैं तथा द्वादशी तिथि के स्वामी भगवान विष्णु जी हैं। आज के दिन शाम के समय घर के ईशान कोण या मन्दिर में गाय के घी का दीपक जलाने से धन प्राप्ति के योग बढ़ते हैं। शुक्रवार को पश्चिम दिशा में यात्रा नहीं करना चाहिए तथा ज्यादा आवश्यक हो तो घर से दही खा कर निकलें। एकादशी तिथि में चावल एवं सेम नहीं खाना चाहिए यह तिथि उपवास, धार्मिक कृत्य उद्यापन तथा कथा एकादशी में शुभ है। दिन का शुभ मुहूर्त, दिशाशूल की स्थिति, राहुकाल एवम् गुलिक काल की वास्तविक स्थिति के बारे में जानकारी आगे दी गई है।
11 दिसम्बर 2020 दिन- शुक्रवार का पंचाग
सूर्योदयः- प्रातः 06:40:48
सूर्यास्तः- सायं 05:01:32
विशेषः- आज के दिन शाम के समय घर के ईशान कोण या मन्दिर में गाय के घी का दीपक जलाने से धन प्राप्ति के योग बढ़ते हैं।
विक्रम संवतः- 2077
शक संवतः- 1942
आयनः- दक्षिणायन
ऋतुः- हेमन्त ऋतु
मासः- पौष माह
पक्षः- कृष्ण पक्ष
तिथिः- एकादशी 10:05:30 तक तदोपरान्त द्वादशी तिथि
तिथि स्वामीः- एकादशी तिथि के स्वामी विश्वदेव जी हैं तथा द्वादशी तिथि के स्वामी भगवान विष्णु जी हैं।
नक्षत्रः- स्वाति 09:00:44 तक तदोपरान्त विशाखा नक्षत्र
नक्षत्र स्वामीः- स्वाति नक्षत्र के स्वामी राहु देव हैं तथा विशाखा नक्षत्र के स्वामी गुरु देव जी हैं।
योगः- शोभन 15:50:04 तक तदोपरान्त अतिगंड
दिशाशूलः- शुक्रवार को पश्चिम दिशा में यात्रा नहीं करना चाहिए तथा ज्यादा आवश्यक हो तो घर से दही खा कर निकलें।
गुलिक कालः- शुभ गुलिक काल 08:21:00 A.M से 09:39:00 A.M बजे तक।
राहुकालः- राहुकाल 10:56:00A.M से 12:14:00 P.M बजे तक।
तिथि का महत्वः- एकादशी तिथि में चावल एवं सेम नहीं खाना चाहिए यह तिथि उपवास, धार्मिक कृत्य उद्यापन तथा कथा एकादशी में शुभ है।
“हे तिथि स्वामी, दिन स्वामी, योग स्वामी, नक्षत्र स्वामी आप पंचांग का पाठन करने वालों पर अपनी कृपा दृष्टि बनाये रखना।”
By Astrologer Dr. Trilokinath