डाॅ. त्रिलोकीनाथ (ज्योतिषाचार्य और वास्तुविद)। Dainik Panchang 11 May 2021 बुधवार को प्रतिपदा तिथि 03:07:00 तक तदोपरान्त द्वितीया तिथि है। प्रतिपदा तिथि के स्वामी अग्नि देव हैं तथा द्वितीया तिथि के स्वामी ब्रह्म देव हैं। बुधवार के दिन गणेश भगवान की पूजा करने का विशेष महत्त्व होता है । आज के दिन शरीर पर तेल लगाने से मां लक्ष्मी जी प्रसन्न होती हैं। बुधवार को उत्तर दिशा में जाना अशुभ होता है यदि आवश्यक हो तो घर से धनिया या तेल खाकर निकलें । इस तिथि में कद्दू नही खाना चाहिए यह तिथि प्राण प्रतिष्ठा, चूड़ा कर्म, गृह प्रवेश आदि के लिए शुभ है। दिन का शुभ मुहूर्त, दिशाशूल की स्थिति, राहुकाल एवम् गुलिक काल की वास्तविक स्थिति के बारे में जानकारी आगे दी गई है।

12 मई 2021 दिन- बुधवार का पंचांग

सूर्योदयः- प्रातः 05:32:00

सूर्यास्तः- सायं 07:02:11

विशेषः- बुधवार के दिन गणेश भगवान की पूजा करने का विशेष महत्त्व होता है । आज के दिन शरीर पर तेल लगाने से मां लक्ष्मी जी प्रसन्न होती हैं।

विक्रम संवतः- 2078

शक संवतः- 1943

आयनः- उत्तरायण

ऋतुः- ग्रीष्म ऋतु

मासः- वैशाख माह

पक्षः- शुक्ल पक्ष

तिथिः- प्रतिपदा तिथि 03:07:00 तक तदोपरान्त द्वितीया तिथि

तिथि स्वामीः- प्रतिपदा तिथि के स्वामी अग्नि देव हैं तथा द्वितीया तिथि के स्वामी ब्रह्म देव हैं।

नक्षत्रः- कृतिका 2:40:00 तक तदोपरान्त रोहिणी नक्षत्र

नक्षत्र स्वामीः- कृतिका के स्वामी सूर्य देव हैं तथा रोहिणी नक्षत्र के स्वामी चंद्र देव जी हैं।

योगः- शोभन 11:45:00 तदोपरान्त अतिगंड

गुलिक कालः- शुभ गुलिक काल 10:36:00 P. M से12:17:00 P.M तक

दिशाशूलः- बुधवार को उत्तर दिशा में जाना अशुभ होता है यदि आवश्यक हो तो घर से धनिया या तेल खाकर निकलें ।

राहुकालः- आज का राहु काल 12:17:00P.M से 01:58:00P.M तक

तिथि का महत्वः- इस तिथि में कद्दू नही खाना चाहिए यह तिथि प्राण प्रतिष्ठा, चूड़ा कर्म, गृह प्रवेश आदि के लिए शुभ है।

“हे तिथि स्वामी, नक्षत्र स्वामी, योग स्वामी, दिन स्वामी आप पंचांग का पाठन करने वालों पर अपनी कृपा दृष्टि बनाये रखना।”