डाॅ. त्रिलोकीनाथ (ज्योतिषाचार्य और वास्तुविद)। Dainik Panchang 12 August 2021 गुरूवार 12 अगस्त को चतुर्थी तिथि 15:26:02 तक तदोपरान्त पंचमी तिथि है। चतुर्थी तिथि के स्वामी गणेश जी हैं तथा पंचमी तिथि के स्वामी नाग देवता हैं।गुरूवार के दिन भगवान विष्णु जी की पूजा करने से दीर्घ आयु की प्राप्ति होती है। गुरूवार को दक्षिण दिशा में यात्रा नहीं करनी चाहिए। यदि ज्यादा आवश्यक हो तो घर से सरसों के दाने या जीरा खाकर निकलें। इस तिथि में मूली नही खाना चाहिए यह तिथि कोई मांगलिक करने के लिए शुभ नहीं मानी गयी है। दिन का शुभ मुहूर्त, दिशाशूल की स्थिति, राहुकाल एवं गुलिक काल की वास्तविक स्थिति के बारे में जानकारी आगे दी गई है।

12 अगस्त 2021 दिन- गुरूवार का पंचांग

सूर्योदयः- प्रातः 05:31:00

सूर्यास्तः- सायं 06:29:00

विशेषः- गुरूवार के दिन भगवान विष्णु जी की पूजा करने से दीर्घ आयु की प्राप्ति होती है ।

विक्रम संवतः- 2078

शक संवतः- 1943

आयनः- उत्तरायण

ऋतुः- वर्षा ऋतु

मासः- श्रवण माह

पक्षः- शुक्ल पक्ष

तिथिः- चतुर्थी तिथि 15:26:02 तक तदोपरान्त पंचमी तिथि

तिथि स्वामीः- चतुर्थी तिथि के स्वामी गणेश जी हैं तथा पंचमी तिथि के स्वामी नाग देवता हैं।

नक्षत्रः- उत्तरा फाल्गुनी नक्षत्र 08:53:45 तक तदोपरान्त हस्त नक्षत्र

नक्षत्र स्वामीः- उत्तरा फाल्गुनी नक्षत्र के स्वामी सूर्य देव जी हैं तथा हस्त नक्षत्र के स्वामी चन्द्र देव जी हैं।

योगः- सिद्ध 16:11:17 तक तदोपरान्त साध्य

दिशाशूलः- गुरूवार को दक्षिण दिशा में यात्रा नहीं करनी चाहिए। यदि ज्यादा आवश्यक हो तो घर से सरसों के दाने या जीरा खाकर निकलें।

गुलिक कालः- शुभ गुलिक काल 09:07:00 से 10:46:00 तक

राहुकालः- आज का राहु काल 02:05:00 से 03:44:00 तक

तिथि का महत्वः- इस तिथि में मूली नही खाना चाहिए यह तिथि कोई मांगलिक करने के लिए शुभ नहीं मानी गयी है।

“हे तिथि स्वामी, योग स्वामी, नक्षत्र स्वामी, दिन स्वामी आप पंचांग का पाठन करने वालों पर अपनी कृपा दृष्टि बनाये रखना।”