कानपुर (इंटरनेट-डेस्क)। Dainik Panchang 12 Dec 2020: शनिवार द्वादशी तिथि 07:03:27 बजे तक तदोपरान्त त्रयोदशी तिथि है। द्वादशी तिथि के स्वामी भगवान विष्णु जी हैं तथा त्रयोदशी तिथि के स्वामी कामदेव जी हैं। शनिवार के दिन पीपल के नीच हनुमान चालीसा पढ़ने और गायत्री मंत्र का जाप करने से भय नहीं लगता है और समस्त बिगड़े काम बनने लगते हैं। यह तिथि यात्रा को छोड़कर सभी धार्मिक कार्यों के लिए शुभ मानी गयी है। दिन का शुभ मुहूर्त, दिशाशूल की स्थिति, राहुकाल एवम् गुलिक काल की वास्तविक स्थिति के बारे में जानकारी आगे दी गई है।
12 दिसम्बर 2020 दिन- शनिवार का पंचाग
सूर्योदयः- प्रातः 06:41:37
सूर्यास्तः- सायं 05:01:49
विशेषः- शनिवार के दिन पीपल के नीच हनुमान चालीसा पढ़ने और गायत्री मंत्र का जाप करने से भय नहीं लगता है और समस्त बिगड़े काम बनने लगते हैं।
विक्रम संवतः- 2077
शक संवतः- 1942
आयनः- दक्षिणायन
ऋतुः- हेमन्त ऋतु
मासः- पौष माह
पक्षः- कृष्ण पक्ष
तिथिः- द्वादशी तिथि 07:03:27 बजे तक तदोपरान्त त्रयोदशी तिथि
तिथि स्वामीः- द्वादशी तिथि के स्वामी भगवान विष्णु जी हैं तथा त्रयोदशी तिथि के स्वामी कामदेव जी हैं।
नक्षत्रः- विशाखा 28:05:19 तक तदोपरान्त अनुराधा नक्षत्र
नक्षत्र स्वामीः- विशाखा नक्षत्र के स्वामी गुरु जी हैं तथा अनुराधा नक्षत्र के स्वामी शनि देव जी हैं।
योगः- अतिगंड 12:05:22 तक तदोपान्त धृति
गुलिक कालः- शुभ गुलिक काल 07:04:00 A.M से 08:22:00 A.M तक
दिशाशूलः- शनिवार के दिन पीपल के नीच हनुमान चालीसा पढ़ने और गायत्री मंत्र का जाप करने से भय नहीं लगता है और समस्त बिगड़े काम बनने लगते हैं।
राहुकालः- आज का राहुकाल 09:39:00 A.M से 10:57:00 A.M तक
तिथि का महत्वः- यह तिथि यात्रा को छोड़कर सभी धार्मिक कार्यों के लिए शुभ मानी गयी है।
“हे तिथि स्वामी, नक्षत्र स्वामी, योग स्वामी, दिन स्वामी, आप पंचाग का पाठन करने वालों पर अपनी कृपा दृष्टि बनाये रखना।”
By Astrologer Dr. Trilokinath