कानपुर (इंटरनेट-डेस्क)। Dainik Panchang 12 Jan 2021: मंगलवार को चतुर्दशी तिथि 12:23:30 तक तदोपरान्त अमावस्या तिथि है। चतुर्दशी तिथि के स्वामी भगवान शिव जी हैं तथा अमावस्या तिथि के स्वामी पित्रदेव जी हैं।मंगलवार के दिन बजरंगबली की पूजा का विशेष महत्व है। आज के दिन उत्तर दिशा की यात्रा नहीं करना चाहिए यदि यात्रा करना ज्यादा आवश्यक हो तो घर से गुड़ खाकर जायें। इस तिथि में तिल का तेल तथा कांसे के पात्र में भोजन करना मना है तथा इस तिथि को रिक्ता तिथि भी कहा गया है इसलिए कोई नया कार्य और मांगलिक करना करना वर्जित है।दिन का शुभ मुहूर्त, दिशाशूल की स्थिति, राहुकाल एवम् गुलिक काल की वास्तविक स्थिति के बारे में जानकारी आगे दी गई है।

सूर्योदयः- प्रातः 06:52:27

सूर्यास्तः- सायः 05:19:59

विशेषः- मंगलवार के दिन बजरंगबली की पूजा का विशेष महत्व है।

विक्रम संवतः- 2077

शक संवतः- 1942

आयनः- दक्षिणायन

ऋतुः- शीत ऋतु

मासः- पौष माह

पक्षः- कृष्ण पक्ष

तिथिः- चतुर्दशी तिथि 12:23:30 तक तदोपरान्त अमावस्या तिथि

तिथि स्वामीः- चतुर्दशी तिथि के स्वामी भगवान शिव जी हैं तथा अमावस्या तिथि के स्वामी पित्रदेव जी हैं।

नक्षत्रः- पूर्वा आषाढ़ा 08:00:11तक तदोपरान्त उत्तरा आषाढ़ा

नक्षत्र स्वामीः- पूर्वा आषाढ़ा के स्वामी शुक्र जी हैं तथा उत्तरा आषाढ़ा नक्षत्र के स्वामी सूर्य जी हैं।

योगः- व्याघात 26:46:46 तक तदोपरान्त हर्षण

गुलिक कालः- शुभ गुलिक काल 12:29:00 से 01:47:00 तक

दिशाशूलः- आज के दिन उत्तर दिशा की यात्रा नहीं करना चाहिए यदि यात्रा करना ज्यादा आवश्यक हो तो घर से गुड़ खाकर जायें।

राहुकालः- राहुकाल 03:06:00 से 04:25:00 तक

तिथि का महत्वः- इस तिथि में तिल का तेल तथा कांसे के पात्र में भोजन करना मना है तथा इस तिथि को रिक्ता तिथि भी कहा गया है इसलिए कोई नया कार्य और मांगलिक करना करना वर्जित है।

“हे तिथि स्वामी, दिन स्वामी, योग स्वामी, नक्षत्र स्वामी आप पंचांग का पाठन करने वालों पर अपनी कृपा दृष्ट बनाये रखना।”

Astrologer Dr. Trilokinath