डाॅ. त्रिलोकीनाथ (ज्योतिषाचार्य और वास्तुविद)। Dainik Panchang 12 March 2022 : हिंदू धर्म में पंचांग का विशेष महत्व होता है। 12 मार्च शनिवार को दशमी तिथि समस्त है। दशमी तिथि की स्वामी यमराज जी हैं। शनिवार के दिन पीपल के नीच हनुमान चालीसा पढ़ने और गायत्री मंत्र का जाप करने से भय नहीं लगता है और समस्त बिगड़े काम बनने लगते हैं।

आज के दिन क्या करें और क्या न करें
आज के दिन पूर्व दिशा की यात्रा नहीं करना चाहिए यदि यात्रा करना ज्यादा आवश्यक हो तो घर से अदरक खाकर जायें। इस तिथि में परवल / कलम्बी नही खाना चाहिए व अन्नप्रासन, विवाह आदि कार्यों के लिए शुभ मानी गयी है। दिन का शुभ मुहूर्त, दिशाशूल की स्थिति, राहुकाल एवं गुलिक काल की वास्तविक स्थिति के बारे में जानकारी आगे दी गई है।

12 मार्च 2022 दिन- शनिवार का पंचांग
सूर्योदयः- प्रातः 06:07:00
सूर्यास्तः- सायं 05:53:00
विशेषः- शनिवार के दिन पीपल के नीचे हनुमान चालीसा पढ़ने और गायत्री मंत्र का जाप करने से भय नहीं लगता है और समस्त बिगड़े काम बनने लगते हैं।
विक्रम संवतः- 2078
शक संवतः- 1943
आयनः- दक्षिणायन
ऋतुः- बसंत ऋतु
मासः- फाल्गुन माह
पक्षः- शुक्ल पक्ष
तिथिः- दशमी तिथि समस्त।
तिथि स्वामीः- दशमी तिथि की स्वामी यमराज जी हैं।
नक्षत्रः- आर्द्रा नक्षत्र 18:50:00 तक तदोपरान्त पुनर्वसु नक्षत्र
नक्षत्र स्वामीः- आर्द्रा नक्षत्र के स्वामी राहु देव हैं तथा पुनर्वसु नक्षत्र के स्वामी गुरु देव हैं।
योगः- सौभाग्य 27:53:00 तक तदोपरान्त शोभन
गुलिक कालः- शुभ गुलिक काल 06:34:00 से 08:04:00 तक
दिशाशूलः- आज के दिन पूर्व दिशा की यात्रा नहीं करना चाहिए यदि यात्रा करना ज्यादा आवश्यक हो तो घर से अदरक खाकर जायें।
राहुकालः- आज का राहु काल 09:33:00 से 11:02:00 तक
तिथि का महत्वः- इस तिथि में परवल / कलम्बी नही खाना चाहिए व अन्नप्रासन, विवाह आदि कार्यों के लिए शुभ मानी गयी है।
“हे तिथि स्वामी, योग स्वामी, नक्षत्र स्वामी, दिन स्वामी आप पंचांग का पाठन करने वालों पर अपनी कृपा दृष्टि बनाये रखना।”