डाॅ. त्रिलोकीनाथ (ज्योतिषाचार्य और वास्तुविद)। Dainik Panchang 13 January 2022 : हिंदू धर्म में पंचांग का विशेष महत्व होता है। गुरुवार 13 जनवरी एकादशी तिथि 19:33:00 तक तदोपरान्त द्वादशी तिथि है। एकादशी तिथि के स्वामी विश्वदेव जी तथा द्वादशी तिथि के स्वामी भगवान विष्णु जी हैं। गुरुवार के दिन भगवान विष्णु जी की पूजा करने से दीर्घ आयु की प्राप्ति होती है ।

आज के दिन क्या करें और क्या न करें
गुरुवार को दक्षिण दिशा में यात्रा नहीं करनी चाहिए। यदि ज्यादा आवश्यक हो तो घर से सरसों के दाने या जीरा खाकर निकलें। एकादशी तिथि में चावल एवं सेम नहीं खाना चाहिए यह तिथि उपवास, धार्मिक कृत्य उद्यापन तथा कथा एकादशी में शुभ है। दिन का शुभ मुहूर्त, दिशाशूल की स्थिति, राहुकाल एवं गुलिक काल की वास्तविक स्थिति के बारे में जानकारी आगे दी गई है।

13 जनवरी 2022 दिन- गुरुवार का पंचांग
सूर्योदयः- प्रातः 06:43:00
सूर्यास्तः- सायं 05:17:00
विशेषः- गुरुवार के दिन भगवान विष्णु जी की पूजा करने से दीर्घ आयु की प्राप्ति होती है ।
विक्रम संवतः- 2078
शक संवतः- 1943
आयनः- दक्षिणायन
ऋतुः- शिशिर ऋतु
मासः- पौष माह
पक्षः- शुक्ल पक्ष
तिथिः- एकादशी तिथि 19:33:00 तक तदोपरान्त द्वादशी तिथि
तिथि स्वामीः- एकादशी तिथि के स्वामी विश्वदेव जी तथा द्वादशी तिथि के स्वामी भगवान विष्णु जी हैं ।
नक्षत्रः- कृतिका नक्षत्र 06:13:48 तक तदोपरान्त रोहिणी नक्षत्र
नक्षत्र स्वामीः- कृतिका नक्षत्र के स्वामी सूर्य देव हैं तथा रोहिणी नक्षत्र के स्वामी चन्द्र देव हैं।
योगः- शुभ 12:32:00 तक तदोपरान्त शुक्ल
गुलिक कालः- शुभ गुलिक काल 09:52:00 से 11:11:00 तक
दिशाशूलः- गुरुवार को दक्षिण दिशा में यात्रा नहीं करनी चाहिए। यदि ज्यादा आवश्यक हो तो घर से सरसों के दाने या जीरा खाकर निकलें।
राहुकालः- आज का राहु काल 01:48:00 से 03:07:00 तक
तिथि का महत्वः- एकादशी तिथि में चावल एवं सेम नहीं खाना चाहिए यह तिथि उपवास, धार्मिक कृत्य उद्यापन तथा कथा एकादशी में शुभ है।
“हे तिथि स्वामी, योग स्वामी, नक्षत्र स्वामी, दिन स्वामी आप पंचांग का पाठन करने वालों पर अपनी कृपा दृष्टि बनाये रखना।”