कानपुर (इंटरनेट-डेस्क)। Dainik Panchang 13 Nov, 2020: शुक्रवार को त्रयोदशी तिथि 18:00:29 तक तदोपरान्त चतुर्दशी तिथि है। त्रयोदशी तिथि के स्वामी कामदेव जी हैं तथा चतुर्दशी तिथि के स्वामी भगवान शिव जी हैं। आज के दिन शाम के समय घर के ईशान कोण या मन्दिर में गाय के घी का दीपक जलाने से धन प्राप्ति के योग बढ़ते हैं। शुक्रवार को पश्चिम दिशा में यात्रा नहीं करना चाहिए तथा ज्यादा आवश्यक हो तो घर से दही खा कर निकलें। दिन का शुभ मुहूर्त, दिशाशूल की स्थिति, राहुकाल एवम् गुलिक काल की वास्तविक स्थिति के बारे में जानकारी आगे दी गई है।

13 नवम्बर 2020 दिन- शुक्रवार का पंचाग

सूर्योदयः- प्रातः 06:20:18

सूर्यास्तः- सायं 05:04:07

विशेषः- आज के दिन शाम के समय घर के ईशान कोण या मन्दिर में गाय के घी का दीपक जलाने से धन प्राप्ति के योग बढ़ते हैं।

विक्रम संवतः- 2077

शक संवतः- 1942

आयनः- दक्षिणायन

ऋतुः- हेमन्त ऋतु

मासः- कार्तिक माह

पक्षः- कृष्ण पक्ष

तिथिः- त्रयोदशी तिथि 18:00:29 तक तदोपरान्त चतुर्दशी तिथि

तिथि स्वामीः- त्रयोदशी तिथि के स्वामी कामदेव जी हैं तथा चतुर्दशी तिथि के स्वामी भगवान शिव जी हैं।

नक्षत्रः- चित्रा नक्षत्र 23:06:32 तक तदोपरान्त स्वाती

नक्षत्र स्वामीः- चित्रा नक्षत्र के स्वामी मंगल देव जी हैं तथा स्वाती नक्षत्र के स्वामी राहु देव जी हैं।

योगः- प्रीति 11:42:30 तक तदोपरान्त सौभाग्य

गुलिक कालः- शुभ गुलिक काल 08:03:00 से 09:23:00 तक

दिशाशूलः- शुक्रवार को पश्चिम दिशा में यात्रा नहीं करना चाहिए तथा ज्यादा आवश्यक हो तो घर से दही खा कर निकलें।

राहुकालः- राहुकाल 10:440:00 से 12:05:00 बजे तक

तिथि का महत्वः- इस तिथि में बैंगन नहीं खाना चाहिए और यह तिथि अन्नप्राशन, गृह प्रवेश, विवाह आदि कार्यो के लिए शुभ मानी गयी है।

” हे तिथि स्वामी, दिन स्वामी, योग स्वामी, नक्षत्र स्वामी आप पंचांग का पाठन करने वालों पर अपनी कृपा दृष्टि बनाये रखना। ”

Astrologer Dr. Trilokinath