डाॅ. त्रिलोकीनाथ (ज्योतिषाचार्य और वास्तुविद)। Dainik Panchang 15 May 2021 शनिवार को चतुर्थी तिथि 10:06:39 तक तदोपरान्त पंचमी तिथि है। चतुर्थी तिथि के स्वामी गणेश जी हैं तथा पंचमी तिथि के स्वामी नाग देवता हैं। आज के दिन पूर्व दिशा की यात्रा नहीं करना चाहिए यदि यात्रा करना ज्यादा आवश्यक हो तो घर से अदरक खाकर जाएं। शनिवार के दिन पीपल के नीचे हनुमान चालीसा पढ़ने और गायत्री मंत्र का जाप करने से भय नहीं लगता है और समस्त बिगड़े काम बनने लगते हैं। दिन का शुभ मुहूर्त, दिशाशूल की स्थिति, राहुकाल एवम् गुलिक काल की वास्तविक स्थिति के बारे में जानकारी आगे दी गई है।
15 मई 2021 दिन- शनिवार का पंचांग
सूर्योदयः- प्रातः 05:30:45
सूर्यास्तः- सायं 06:46:44
विशेषः- शनिवार के दिन पीपल के नीचे हनुमान चालीसा पढ़ने और गायत्री मंत्र का जाप करने से भय नहीं लगता है और समस्त बिगड़े काम बनने लगते हैं।
विक्रम संवतः- 2078
शक संवतः- 1943
आयनः- उत्तरायण
ऋतुः- ग्रीष्म ऋतु
मासः- वैशाख माह
पक्षः- शुक्ल पक्ष
तिथिः- चतुर्थी तिथि 10:06:39 तक तदोपरान्त पंचमी तिथि
तिथि स्वामीः- चतुर्थी तिथि के स्वामी गणेश जी हैं तथा पंचमी तिथि के स्वामी नाग देवता हैं।
नक्षत्रः- आर्द्रा नक्षत्र 08:46:28 तक तदोपरान्त पुनर्वसु नक्षत्र
नक्षत्र स्वामीः- आर्द्रा नक्षत्र के स्वामी इंद्र देव जी हैं तथा पुनर्वसु नक्षत्र के स्वामी बुध देव जी हैं।
योगः- धृति 02:27:32 तक तदोपरान्त शूल
दिशाशूलः- आज के दिन पूर्व दिशा की यात्रा नहीं करना चाहिए यदि यात्रा करना ज्यादा आवश्यक हो तो घर से अदरक खाकर जाएं।
गुलिक कालः- शुभ गुलिक काल 0:31:00 से 09:08:00 तक
राहुकालः- आज का राहु काल 10:44:00 से 12:21:00 तक
तिथि का महत्वः- इस तिथि में मूली नही खाना चाहिए यह तिथि कोई मांगलिक करने के लिए शुभ नहीं मानी गयी है।
“हे तिथि स्वामी, योग स्वामी, नक्षत्र स्वामी, दिन स्वामी आप पंचांग का पाठन करने वालों पर अपनी कृपा दृष्टि बनाये रखना।”