डाॅ. त्रिलोकीनाथ (ज्योतिषाचार्य और वास्तुविद)। Dainik Panchang 16 January 2022 : हिंदू धर्म में पंचांग का विशेष महत्व होता है। रविवार 16 जनवरी चतुर्दशी तिथि 27:19:00 तक तदोपरान्त पूर्णिमा तिथि है। चतुर्दशी तिथि के स्वामी शिव जी हैं तथा पूर्णिमा तिथि के स्वामी चन्द्र देव हैं। रविवार को भगवान सूर्य को प्रातः ताम्बे के बर्तन में लाल चन्दन, गुड़ और लाल पुष्प डाल कर अर्घ्य देना चाहिए।

आज के दिन क्या करें और क्या न करें
रविवार को पश्चिम दिशा की यात्रा नहीं करना चाहिए यदि यात्रा करना आवश्यक हो तो घर से पान या घी खाकर निकलें। इस तिथि में तिल का तेल नही खाना चाहिए। यह तिथि मांगलिक कार्य करने के लिए वर्जित है। दिन का शुभ मुहूर्त, दिशाशूल की स्थिति, राहुकाल एवं गुलिक काल की वास्तविक स्थिति के बारे में जानकारी आगे दी गई है।

16 जनवरी 2022 दिन-रविवार का पंचांग
सूर्योदयः- प्रातः 06:42:00
सूर्यास्तः- सायं 05:18:00
विशेषः- रविवार को भगवान सूर्य को प्रातः ताम्बे के बर्तन में लाल चन्दन, गुड़ और लाल पुष्प डाल कर अर्घ्य देना चाहिए।
विक्रम संवतः- 2078
शक संवतः- 1943
आयनः- दक्षिणायन
ऋतुः- शिशिर ऋतु
मासः- पौष माह
पक्षः- शुक्ल पक्ष
तिथिः- चतुर्दशी तिथि 27:19:00 तक तदोपरान्त पूर्णिमा तिथि
तिथि स्वामीः- चतुर्दशी तिथि के स्वामी शिव जी हैं तथा पूर्णिमा तिथि के स्वामी चन्द्र देव हैं।
नक्षत्रः- आर्द्रा नक्षत्र 26:09:23 तक तदोपरान्त पुनर्वसु नक्षत्र
नक्षत्र स्वामीः- आर्द्रा नक्षत्र के स्वामी राहु देव हैं तथा पुनर्वसु नक्षत्र के स्वामी गुरु देव हैं।
योगः- इंद्र 15:18:16 तक तदोपरान्त वैधृति
गुलिक कालः- शुभ गुलिक काल 03:08:00 P.M से 04:27:00 P.M तक
दिशाशूलः- रविवार को पश्चिम दिशा की यात्रा नहीं करना चाहिए यदि यात्रा करना आवश्यक हो तो घर से पान या घी खाकर निकलें।
राहुकालः- आज का राहु काल 04:27:00 से 05:46:00 तक
तिथि का महत्वः- इस तिथि में तिल का तेल नही खाना चाहिए इस तिथि में मांगलिक कार्य करने के लिए वर्जित है।
“हे तिथि स्वामी, योग स्वामी, नक्षत्र स्वामी, दिन स्वामी आप पंचांग का पाठन करने वालों पर अपनी कृपा दृष्टि बनाये रखना।”