डाॅ. त्रिलोकीनाथ (ज्योतिषाचार्य और वास्तुविद)। Dainik Panchang 16 June 2021 बुधवार को षष्ठी तिथि 22:46:00 तक तदोपरान्त सप्तमी तिथि है। षष्ठी तिथि के स्वामी भगवान कार्तिकेय जी हैं तथा सप्तमी तिथि के स्वामी भगवान सूर्यदेव हैं। बुधवार के दिन गणेश भगवान की पूजा करने का विशेष महत्व होता है। आज के दिन शरीर पर तेल लगाने से माँ लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं। बुधवार को उत्तर दिशा में जाना अशुभ होता है यदि आवश्यक हो तो घर से धनियां या तेल खाकर निकलें। इस तिथि में नीम नही खाना चाहिए यह तिथि मंगल कार्य, संग्राम, शिल्प, वास्तु, भूषण के लिए शुभ है। दिन का शुभ मुहूर्त, दिशाशूल की स्थिति, राहुकाल एवं गुलिक काल की वास्तविक स्थिति के बारे में जानकारी आगे दी गई है।

16 जून 2021 दिन-बुधवार का पंचांग

सूर्योदयः- प्रातः 05:13:47

सूर्यास्तः- सायं 06:47:00

विशेषः- बुधवार के दिन गणेश भगवान की पूजा करने का विशेष महत्व होता है। आज के दिन शरीर पर तेल लगाने से माँ लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं।

विक्रम संवतः- 2078

शक संवतः- 1943

आयनः- उत्तरायण

ऋतुः- ग्रीष्म ऋतु

मासः- ज्येष्ठ माह

पक्षः- शुक्ल पक्ष

तिथिः- षष्ठी तिथि 22:46:00 तक तदोपरान्त सप्तमी तिथि

तिथि स्वामीः- षष्ठी तिथि के स्वामी भगवान कार्तिकेय जी हैं तथा सप्तमी तिथि के स्वामी भगवान सूर्यदेव हैं।

नक्षत्रः- माघ 22:15:16 तक तदोपरान्त पूर्वा फाल्गुनी नक्षत्र

नक्षत्र स्वामीः- माघ नक्षत्र के स्वामी केतु देव हैं तदोपरान्त पूर्वा फाल्गुनी नक्षत्र के स्वामी शुक्र देव जी है।

योगः- वज्र 08:00:13 तक तदोपरान्त सिद्धि

गुलिक कालः- शुभ गुलिक काल 10:36:00 से 12:21:00 तक

दिशाशूलः- बुधवार को उत्तर दिशा में जाना अशुभ होता है यदि आवश्यक हो तो घर से धनियां या तेल खाकर निकलें।

राहुकालः- आज का राहु काल 12:21:00 से 02:06:00 तक

तिथि का महत्वः- इस तिथि में नीम नही खाना चाहिए यह तिथि मंगल कार्य, संग्राम, शिल्प, वास्तु, भूषण के लिए शुभ है।

“हे तिथि स्वामी, दिन स्वामी, नक्षत्र स्वामी, योग स्वामी आप पंचांग का पाठन करने वालों पर अपनी कृपा दृष्टि बनाये रखना।”