डाॅ. त्रिलोकीनाथ (ज्योतिषाचार्य और वास्तुविद)। Dainik Panchang 17 August 2021 मंगलवार 17 अगस्त को दशमी तिथि 16:22:34 तक तदोपरान्त एकादशी तिथि है। दशमी तिथि की स्वामी यमराज जी हैं तथा एकादशी तिथि के स्वामी विश्वदेव जी हैं। मंगलवार के दिन बजरंगबली की पूजा का विशेष महत्व है। आज के दिन उत्तर दिशा की यात्रा नहीं करना चाहिए यदि यात्रा करना ज्यादा आवश्यक हो तो घर से गुड़ खाकर जायें। इस तिथि में परवल / कलम्बी नही खाना चाहिए व अन्नप्रासन, विवाह आदि कार्यों के लिए शुभ मानी गयी है। दिन का शुभ मुहूर्त, दिशाशूल की स्थिति, राहुकाल एवं गुलिक काल की वास्तविक स्थिति के बारे में जानकारी आगे दी गई है।

17 अगस्त 2021 दिन- मंगलवार का पंचांग

सूर्योदयः- प्रातः 05:34:00

सूर्यास्तः- सायं 06:26:00

विशेषः- मंगलवार के दिन बजरंगबली की पूजा का विशेष महत्व है।

विक्रम संवतः- 2078

शक संवतः- 1943

आयनः- उत्तरायण

ऋतुः- वर्षा ऋतु

मासः- श्रवण माह

पक्षः- शुक्ल पक्ष

तिथिः- दशमी तिथि 16:22:34 तक तदोपरान्त एकादशी तिथि

तिथि स्वामीः- दशमी तिथि की स्वामी यमराज जी हैं तथा एकादशी तिथि के स्वामी विश्वदेव जी हैं।

नक्षत्रः- ज्येष्ठा नक्षत्र 25:35:47 तक तदोपरान्त मूल नक्षत्र

नक्षत्र स्वामीः- ज्येष्ठा नक्षत्र के स्वामी बुध देव हैं तथा मूल नक्षत्र के स्वामी केतु देव हैं।

योगः- वैधृति 24:02:29 तक तदोपरान्त विषुकुंभ

गुलिक कालः- शुभ गुलिक काल 12:25:00 से 02:03:00 तक

दिशाशूलः- आज के दिन उत्तर दिशा की यात्रा नहीं करना चाहिए यदि यात्रा करना ज्यादा आवश्यक हो तो घर से गुड़ खाकर जायें।

राहुकालः- आज का राहु काल 03:42:00 से 05:20:00 तक

तिथि का महत्वः- इस तिथि में परवल / कलम्बी नही खाना चाहिए व अन्नप्रासन, विवाह आदि कार्यों के लिए शुभ मानी गयी है।

“हे तिथि स्वामी, योग स्वामी, नक्षत्र स्वामी, दिन स्वामी आप पंचांग का पाठन करने वालों पर अपनी कृपा दृष्टि बनाये रखना।”