डाॅ. त्रिलोकीनाथ (ज्योतिषाचार्य और वास्तुविद)। Dainik Panchang 17 November 2021 : हिंदू धर्म में पंचांग का विशेष महत्व होता है। बुधवार 17 नवंबर, को त्रयोदशी तिथि 10:10:00 तक तदोपरान्त चतुर्दशी तिथि है। त्रयोदशी तिथि के स्वामी कामदेव हैं तथा चतुर्दशी तिथि के स्वामी भगवान शिव जी हैं। बुधवार के दिन गणेश जी को पूजा करने का विशेष महत्व है। आज के दिन शरीर पर तेल लगाने से मां लक्ष्मी जी प्रसन्न होती हैं। ?

आज के दिन क्या करें और क्या न करें
बुधवार को उत्तर दिशा में जाना अशुभ होता है यदि आवाश्यक हो तो घर से धनियां या तेल खाकर निकलें। इस तिथि में बैंगन नही खाना चाहिए यह तिथि चूड़ा क्रम, अन्नप्राशन, गृहप्रवेश आदि के लिए शुभ है। दिन का शुभ मुहूर्त, दिशाशूल की स्थिति, राहुकाल एवं गुलिक काल की वास्तविक स्थिति के बारे में जानकारी आगे दी गई है।

17 नवंबर 2021 दिन- बुधवार का पंचांग
सूर्योदयः- प्रातः 06:37:00
सूर्यास्तः- सायं 05:23:00
विशेषः- बुधवार के दिन गणेश जी को पूजा करने का विशेष महत्व है। आज के दिन शरीर पर तेल लगाने से मां लक्ष्मी जी प्रसन्न होती हैं
विक्रम संवतः- 2078
शक संवतः- 1943
आयनः- दक्षिणायन
ऋतुः- हेमंतऋतु
मासः- कार्तिक माह
पक्षः- शुक्ल पक्ष
तिथिः- त्रयोदशी तिथि 10:10:00 तक तदोपरान्त चतुर्दशी तिथि
तिथि स्वामीः- त्रयोदशी तिथि के स्वामी कामदेव हैं तथा चतुर्दशी तिथि के स्वामी भगवान शिव जी हैं।
नक्षत्रः- आश्विनि नक्षत्र 22:43:00 तक तदोपरान्त भरणी नक्षत्र
नक्षत्र स्वामीः- अश्विनी नक्षत्र के स्वामी केतु देव हैं तथा भरणीनक्षत्र के स्वामी शुक्र देव हैं।
योगः- व्यतिपात 26:14:00 तक तदोपरान्त वरियन
गुलिक कालः- शुभ गुलिक काल 10:45:00A.M से 12:05:00 P.M तक
दिशाशूलः- बुधवार को उत्तर दिशा में जाना अशुभ होता है यदि आवाश्यक हो तो घर से धनियां या तेल खाकर निकलें।
राहुकालः- आज का राहु काल 12:05:00 P.M से 01:26:00 P.M तक
तिथि का महत्वः- इस तिथि में बैंगन नही खाना चाहिए यह तिथि चूड़ा क्रम, अन्नप्राशन, गृहप्रवेश आदि के लिए शुभ है।
“हे तिथि स्वामी, दिन स्वामी, योग स्वामी, नक्षत्र स्वामी आप पंचांग का पाठन करने वालों पर अपनी कृपा दृष्टि बनाये रखना।”