डाॅ. त्रिलोकीनाथ (ज्योतिषाचार्य और वास्तुविद)। Dainik Panchang 18 Feb 2021 गुरूवार को सप्तमी तिथि 08:46:37 तक तदोपरान्त अष्टमी तिथि है। सप्तमी तिथि के स्वामी भगवान सूर्यदेव जी हैं तथा अष्टमी तिथि के स्वामी भगवान शिवजी हैं। गुरूवार के दिन भगवान विष्णु जी की पूजा करने से दीर्घ आयु की प्राप्ति होती है। गुरूवार को दक्षिण दिशा में यात्रा नहीं करनी चाहिए। यदि ज्यादा आवश्यक हो तो घर से सरसों के दाने या जीरा खाकर निकलें। इस तिथि में नीम नही खाना चाहिए। यह तिथि मंगल कार्य, संग्राम, शिल्प, वास्तु, भूषण के लिए शुभ है। दिन का शुभ मुहूर्त, दिशाशूल की स्थिति, राहुकाल एवम् गुलिक काल की वास्तविक स्थिति के बारे में जानकारी आगे दी गई है।

18 फरवरी 2021 दिन- गुरूवार का पंचांग

सूर्योदयः- प्रातः 06:35:30

सूर्यास्तः- सायं 05:48:05

विशेषः- गुरूवार के दिन भगवान विष्णु जी की पूजा करने से दीर्घ आयु की प्राप्ति होती है।

विक्रम संवतः- 2077

शक संवतः- 1942

आयनः- दक्षिणायन

ऋतुः- बसंत ऋतु

मासः- माघ माह

पक्षः- शुक्ल पक्ष

तिथिः- सप्तमी तिथि 08:46:37 तक तदोपरान्त अष्टमी तिथि

तिथि स्वामीः- सप्तमी तिथि के स्वामी भगवान सूर्यदेव जी हैं तथा अष्टमी तिथि के स्वामी भगवान शिवजी हैं।

नक्षत्रः- भरणी नक्षत्र 26:54:25 तक तदोपरान्त कृतिकानक्षत्र

नक्षत्र स्वामीः- भरणी नक्षत्र के स्वामी शुक्र देव हैं तथा कृतिका नक्षत्र के स्वामी सूर्य हैं।

योगः- ब्रह्मा 27:34:57 तक तदोपरान्त इंद्र

गुलिक कालः- शुभ गुलिक काल 09:46:00 से 11:10:00 तक

दिशाशूलः- गुरूवार को दक्षिण दिशा में यात्रा नहीं करनी चाहिए। यदि ज्यादा आवश्यक हो तो घर से सरसों के दाने या जीरा खाकर निकलें।

राहुकालः- आज का राहु काल 01:59:00 से 03:24:00 तक

तिथि का महत्वः- इस तिथि में नीम नही खाना चाहिए यह तिथि मंगल कार्य, संग्राम, शिल्प, वास्तु, भूषण के लिए शुभ है।

“हे तिथि स्वामी, दिन स्वामी, नक्षत्र स्वामी, योग स्वामी आप पंचांग का पाठन करने वालों पर अपनी कृपा दृष्टि बनाये रखना।”