डाॅ. त्रिलोकीनाथ (ज्योतिषाचार्य और वास्तुविद)। Dainik Panchang 19 June 2021 नवमी तिथि 18:46:40 तक समाप्ति तदोपरान्त दशमी तिथि है। नवमी तिथि की स्वामिनी माँ दुर्गा जी हैं तथा दशमी तिथि के स्वामी यमराज जी है। शनिवार के दिन पीपल के नीच हनुमान चालीसा पढ़ने और गायत्री मंत्र का जाप करने से भय नहीं लगता है और समस्त बिगड़े काम बनने लगते हैं। इस तिथि में लौकी नही खाना चाहिए यह तिथि रिक्ता तिथि है और इस तिथि में मांगलिक कार्य करना वर्जित है। आज के दिन पूर्व दिशा की यात्रा नहीं करना चाहिए। यदि यात्रा करना ज्यादा आवश्यक हो तो घर से अदरक खाकर जायें। दिन का शुभ मुहूर्त, दिशाशूल की स्थिति, राहुकाल एवं गुलिक काल की वास्तविक स्थिति के बारे में जानकारी आगे दी गई है।

19 जून 2021 दिन- शनिवार का पंचांग

सूर्योदयः- प्रातः 05:13:00

सूर्यास्तः- सायं 06:47:00

विशेषः- शनिवार के दिन पीपल के नीच हनुमान चालीसा पढ़ने और गायत्री मंत्र का जाप करने से भय नहीं लगता है और समस्त बिगड़े काम बनने लगते हैं।

विक्रम संवतः- 2078

शक संवतः- 1943

आयनः- उत्तरायण

ऋतुः- ग्रीष्म ऋतु

मासः- ज्येष्ठ माह

पक्षः- शुक्ल पक्ष

तिथिः- नवमी तिथि 18:46:40 तक समाप्ति तदोपरान्त दशमी तिथि

तिथि स्वामीः- नवमी तिथि की स्वामिनी माँ दुर्गा जी हैं। तथा दशमी तिथि के स्वामी यमराज जी है।

नक्षत्रः-हस्त नक्षत्र 20:29:00 तक समाप्ति तदोपरान्त चित्रा नक्षत्र

नक्षत्र स्वामीः- हस्त नक्षत्र के स्वामी चन्द्र देव हैं तथा चित्रा नक्षत्र के स्वामी मंगल देव है।

योगः- वरियन 24:04:00 तक तथा परिघा

गुलिक कालः- शुभ गुलिक काल 05:23:00 से 07:08:00 तक

दिशाशूलः- आज के दिन पूर्व दिशा की यात्रा नहीं करना चाहिए यदि यात्रा करना ज्यादा आवश्यक हो तो घर से अदरक खाकर जायें।

राहुकालः- आज का राहु काल 08:52:00 से 10:37:00 तक

तिथि का महत्वः- इस तिथि में लौंकी नही खाना चाहिए यह तिथि रिक्ता तिथि है और इस तिथि में मांगलिक कार्य करना वर्जित है ।

“हे तिथि स्वामी, योग स्वामी, नक्षत्र स्वामी, दिन स्वामी आप पंचांग का पाठन करने वालों पर अपनी कृपा दृष्टि बनाये रखना।”