डाॅ. त्रिलोकीनाथ (ज्योतिषाचार्य और वास्तुविद)। Dainik Panchang 20 January 2022 : हिंदू धर्म में पंचांग का विशेष महत्व होता है। गुरुवार 20 जनवरी तृतीया तिथि तदोपरान्त चतुर्थी तिथि है। तृतीया तिथि के स्वामी पार्वती शिव जी हैं तथा चतुर्थी तिथि के स्वामी गणेश जी हैं। गुरुवार के दिन भगवान विष्णु जी की पूजा करने से दीर्घ आयु की प्राप्ति होती है ।

आज के दिन क्या करें और क्या न करें
गुरुवार को दक्षिण दिशा में यात्रा नहीं करनी चाहिए। यदि ज्यादा आवश्यक हो तो घर से सरसों के दाने या जीरा खाकर निकलें। तृतीया तिथि को परवल नहीं खाना चाहिए और इस तिथि में शिल्प, चूड़ा कर्म, अन्नप्राशन व गृह प्रवेश शुभ है। दिन का शुभ मुहूर्त, दिशाशूल की स्थिति, राहुकाल एवं गुलिक काल की वास्तविक स्थिति के बारे में जानकारी आगे दी गई है।

20 जनवरी 2022 दिन- गुरुवार का पंचांग
सूर्योदयः- प्रातः 06:40:00
सूर्यास्तः- सायं 05:20:00
विशेषः- गुरुवार के दिन भगवान विष्णु जी की पूजा करने से दीर्घ आयु की प्राप्ति होती है ।
विक्रम संवतः- 2078
शक संवतः- 1943
आयनः- दक्षिणायन
ऋतुः- शिशिर ऋतु
मासः- माघ माह
पक्षः- कृष्ण पक्ष
तिथिः- तृतीया तिथि तदोपरान्त चतुर्थी तिथि है।
तिथि स्वामीः- तृतीया तिथि के स्वामी पार्वती शिव जी हैं तथा चतुर्थी तिथि के स्वामी गणेश जी हैं।
नक्षत्रः- अश्लेषा नक्षत्र 16:42:52 तक तदोपरान्त मघा नक्षत्र
नक्षत्र स्वामीः- अश्लेषा नक्षत्र के स्वामी बुध हैं तथा मघा फाल्गुनी नक्षत्र के स्वामी केतु है।
योगः – प्रीति 15:43:38 तक तदोपरान्त आयुष्मान
गुलिक कालः- शुभ गुलिक काल 09:53:00 से 11:12:00 बजे तक
दिशाशूलः- गुरुवार को दक्षिण दिशा में यात्रा नहीं करनी चाहिए। यदि ज्यादा आवश्यक हो तो घर से सरसों के दाने या जीरा खाकर निकलें।
राहुकालः- आज का राहुकाल 01:51:00 बजे से 03:11:00 तक
तिथि का महत्वः- तृतीया तिथि को परवल नहीं खाना चाहिए और इस तिथि में शिल्प, चूड़ा कर्म, अन्नप्राशन व गृह प्रवेश शुभ है।
“हे तिथि स्वामी, दिन स्वामी,योग स्वामी, नक्षत्र स्वामी आप पंचांग का पाठन करने वाले पाठक पर अपनी कृपा दृष्टि बनाये रखना ।