डाॅ. त्रिलोकीनाथ (ज्योतिषाचार्य और वास्तुविद)। Dainik Panchang 20 October 2021: हिंदू धर्म में पंचांग का विशेष महत्व होता है। बुधवार 20 अक्टूबर, 2021 को पूर्णिमा तिथि 20:27:28 तक तदोपरान्त प्रतिपदा तिथि है। पूर्णिमा तिथि के स्वामी चन्द्र देव हैं तथा प्रतिपदा तिथि के स्वामी अग्नि देव हैं। बुधवार के दिन गणेश भगवान की पूजा करने का विशेष महत्व होता है। आज के दिन शरीर पर तेल लगाने से माँ लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं।

आज के दिन क्या करें और क्या न करें
बुधवार को उत्तर दिशा में जाना अशुभ होता है यदि आवश्यक हो तो घर से धनियां या तेल खाकर निकलें।इस तिथि में तिल का तेल नही खाना चाहिए। इस तिथि में घी नही खाना चाहिए यह तिथि रत्न धारण, शिल्प कार्य और आभूषण धारण करने के लिए शुभ है। दिन का शुभ मुहूर्त, दिशाशूल की स्थिति, राहुकाल एवं गुलिक काल की वास्तविक स्थिति के बारे में जानकारी आगे दी गई है।

20 अक्टूबर 2021 दिन- बुधवार का पंचांग
सूर्योदयः- प्रातः 06:19:00
सूर्यास्तः- सायं 05:41:00
विशेषः- बुधवार के दिन गणेश भगवान की पूजा करने का विशेष महत्व होता है। आज के दिन शरीर पर तेल लगाने से माँ लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं।
विक्रम संवतः- 2078
शक संवतः- 1943
आयनः- दक्षिणायन
ऋतुः- शरद ऋतु
मासः- अश्विन माह
पक्षः- शुक्ल पक्ष
तिथिः- पूर्णिमा तिथि 20:27:28 तक तदोपरान्त प्रतिपदा तिथि
तिथि स्वामीः- पूर्णिमा तिथि के स्वामी चन्द्र देव हैं तथा प्रतिपदा तिथि के स्वामी अग्नि देव हैं।
नक्षत्रः- रेवती 14:02:41 तक तदोपरान्त अश्विन नक्षत्र
नक्षत्र स्वामीः- रेवती नक्षत्र के स्वामी बुध हैं तदोपरान्त अश्विन नक्षत्र के स्वामी केतु हैं।
योगः- हर्षण 20:38:28 तक तदोपरान्त वज्र
गुलिक कालः- शुभ गुलिक काल 10:40:00 से 12:05:00 तक
दिशाशूलः- बुधवार को उत्तर दिशा में जाना अशुभ होता है यदि आवश्यक हो तो घर से धनियां या तेल खाकर निकलें।
राहुकालः- आज का राहु काल 12:05:00 से 01:31:00 तक
तिथि का महत्वः- इस तिथि में घी नही खाना चाहिए यह तिथि रत्न धारण, शिल्प कार्य और आभूषण धारण करने के लिए शुभ है।
“हे तिथि स्वामी, योग स्वामी, नक्षत्र स्वामी, दिन स्वामी आप पंचांग का पाठन करने वालों पर अपनी कृपा दृष्टि बनाये रखना।”