Dainik Panchang 21 November,2020: शनिवार का पंचांग जानिए जिसमें दिन का शुभ मुहूर्त, दिशाशूल की स्थिति, राहुकाल एवम् गुलिक काल की वास्तविक स्थिति विस्तार से मालूम होगी। पढ़ें यहां...
सूर्योदयः- प्रातः 06:26:21
सूर्यास्तः- सायं 05:01:48
विशेषः- शनिवार के दिन पीपल के नीच हनुमान चालीसा पढ़ने और गायत्री मंत्र का जाप करने से भय नहीं लगता है और समस्त बिगड़े काम बनने लगते हैं।
विक्रम संवतः- 2077
शक संवतः- 1942
आयनः- दक्षिणायन
ऋतुः- हेमन्त ऋतु
मासः- कार्तिक माह
पक्षः- शुक्ल पक्ष
तिथिः- सप्तमी तिथि 21:49:31 तक तदोपरान्त अष्टमी तिथि
तिथि स्वामीः- सप्तमी तिथि के स्वामी भगवान सूर्यदेव जी हैं तथा अष्टमी तिथि के स्वामी भगवान शिवजी हैं।
नक्षत्रः- घनिष्ठा नक्षत्र 10:00:10 तक तदोपरान्त शतभिषा नक्षत्र
नक्षत्र स्वामीः- घनिष्ठा नक्षत्र के स्वामी मंगल देव हैं तथा शतभिषा नक्षत्र के स्वामी राहु हैं।
योगः- ध्रुव 07:00:00 तक तदोपरान्त व्याघात
गुलिक कालः- शुभ गुलिक काल 06:48:00 से 08:08:06 तक
दिशाशूलः- आज के दिन पूर्व दिशा की यात्रा नहीं करना चाहिए यदि यात्रा करना ज्यादा आवश्यक हो तो घर से अदरक खाकर जायें।
राहुकालः- आज का राहु काल 09:27:00 से 10:47:00 तक
तिथि का महत्वः- इस तिथि में नीम नही खाना चाहिए यह तिथि मंगल कार्य, संग्राम, शिल्प, वास्तु, भूषण के लिए शुभ है।
“हे तिथि स्वामी, दिन स्वामी, नक्षत्र स्वामी, योग स्वामी आप पंचांग का पाठन करने वालों पर अपनी कृपा दृष्टि बनाये रखना।”
द्वारा: Astrologer Dr. Trilokinath
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