डाॅ. त्रिलोकीनाथ (ज्योतिषाचार्य और वास्तुविद)। Dainik Panchang 22 September 2021: हिंदू धर्म में पंचांग का विशेष महत्व होता है। बुधवार 22 सितंबर को द्वितीया तिथि 06:55:16 तक तदोपरान्त तृतीया तिथि है। द्वितीया तिथि के स्वामी ब्रह्म देव हैं तथा तृतीया तिथि के स्वामी पार्वती शिव जी हैं। बुधवार के दिन गणेश भगवान की पूजा करने का विशेष महत्व होता है। आज के दिन शरीर पर तेल लगाने से मां लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं और भक्तों की हर इच्छा पूरी करती हैं।

आज के दिन क्या करें और क्या न करें
बुधवार को उत्तर दिशा में जाना अशुभ होता है यदि आवश्यक हो तो घर से धनियां या तेल खाकर निकलें। वहीं आज के दिन बैंगन और नींबू खाना मना है और यह तिथि राज संबंधी कार्य एवं भूषणादि के लिए शुभ है। दिन का शुभ मुहूर्त, दिशाशूल की स्थिति, राहुकाल एवं गुलिक काल की वास्तविक स्थिति के बारे में जानकारी आगे दी गई है।

22 सितम्बर 2021 दिन- बुधवार का पंचाग
सूर्योदयः- प्रातः 05:59:00
सूर्यास्तः- सायं 06:01:13
विशेषः- बुधवार के दिन गणेश भगवान की पूजा करने का विशेष महत्व होता है। आज के दिन शरीर पर तेल लगाने से माँ लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं।
विक्रम संवतः- 2078
शक संवतः- 1943
आयनः- दक्षिणायन
ऋतुः- शरद ऋतु
मासः- अश्विन माह
पक्षः- कृष्ण पक्ष
तिथिः- द्वितीया तिथि 06:55:16 तक तदोपरान्त तृतीया तिथि
तिथि स्वामीः- द्वितीया तिथि के स्वामी ब्रह्म देव हैं तथा तृतीया तिथि के स्वामी पार्वती शिव जी हैं।
नक्षत्रः- रेवती नक्षत्र 30:44:20 तक तदोपरान्त अश्विनि
नक्षत्र स्वामीः- रेवती नक्षत्र के स्वामी बुध देव हैं तदोपरान्त अश्विनि नक्षत्र के स्वामी केतु जी हैं।
योगः- वृद्धि 13:52:48 तक तदोपरान्त ध्रुव
गुलिक कालः- शुभ गुलिक काल 10:42:00 से 12:13:00 बजे तक
दिशाशूलः- बुधवार को उत्तर दिशा में जाना अशुभ होता है यदि आवश्यक हो तो घर से धनियां या तेल खाकर निकलें।
राहुकालः- आज का राहुकाल 12:13:00 से 01:44:00 बजे तक
तिथि का महत्वः- आज के दिन बैंगन और नींबू खाना मना है और यह तिथि राज संबंधी कार्य एवं भूषणादि के लिए शुभ है।
“हे तिथि स्वामी, दिन स्वामी, योग स्वामी, नक्षत्र स्वामी आप पंचांग का पाठन करने वालों पर अपनी कृपा दृष्टि बनाये रखें।”