कानपुर (इंटरनेट-डेस्क)। Dainik Panchang 23 Dec 2020: बुधवार को नवमी तिथि 20:40:17 तक समाप्ति तदोपरान्त दशमी तिथि है। नवमी तिथि की स्वामिनी माँ दुर्गा जी हैं। तथा दशमी तिथि के स्वामी यमराज जी है। बुधवार के दिन गणेश भगवान की पूजा करने का विशेष महत्व होता है। आज के दिन शरीर पर तेल लगाने से माँ लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं। इस तिथि में लौंकी नही खाना चाहिए यह तिथि रिक्ता तिथि है और इस तिथि में मांगलिक कार्य करना वर्जित है । दिन का शुभ मुहूर्त, दिशाशूल की स्थिति, राहुकाल एवम् गुलिक काल की वास्तविक स्थिति के बारे में जानकारी आगे दी गई है।

23 दिसम्बर 2020 दिन-बुधवार का पंचांग

सूर्योदयः- प्रातः 06:47:46

सूर्यास्तः- सायं 05:06:25

विशेषः- बुधवार के दिन गणेश भगवान की पूजा करने का विशेष महत्व होता है। आज के दिन शरीर पर तेल लगाने से माँ लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं।

विक्रम संवतः- 2077

शक संवतः- 1942

आयनः- दक्षिणायन

ऋतुः- शीत ऋतु

मासः- पौष माह

पक्षः- शुक्ल पक्ष

तिथिः- नवमी तिथि 20:40:17 तक समाप्ति तदोपरान्त दशमी तिथि

तिथि स्वामीः- नवमी तिथि की स्वामिनी माँ दुर्गा जी हैं। तथा दशमी तिथि के स्वामी यमराज जी है।

नक्षत्रः- रेवती नक्षत्र 28:33:19 तक समाप्ति तदोपरान्त अश्विन नक्षत्र

नक्षत्र स्वामीः- रेवती नक्षत्र के स्वामी गुरु देव हैं तथा अश्विन नक्षत्र के स्वामी केतु देव है।

योगः- वरियन 12:48:15 तक तथा परिघा

गुलिक कालः- शुभ गुलिक काल 01:26:00 से 02:46:00 तक

दिशाशूलः- बुधवार को उत्तर दिशा में जाना अशुभ होता है यदि आवश्यक हो तो घर से धनियां या तेल खाकर निकलें।

राहुकालः- आज का राहु काल 08:09:00 से 09:29:00 तक

तिथि का महत्वः- इस तिथि में लौंकी नही खाना चाहिए यह तिथि रिक्ता तिथि है और इस तिथि में मांगलिक कार्य करना वर्जित है ।

“हे तिथि स्वामी, योग स्वामी, नक्षत्र स्वामी, दिन स्वामी आप पंचांग का पाठन करने वालों पर अपनी कृपा दृष्टि बनाये रखना।”

By Astrologer Dr. Trilokinath