डाॅ. त्रिलोकीनाथ (ज्योतिषाचार्य और वास्तुविद)। Dainik Panchang 23 Feb 2021 मंगलवार को एकादशी तिथि 18:00:00 तक तदोपरान्त द्वादशी तिथि है। एकादशी तिथि के स्वामी विश्वदेव जी तथा द्वादशी तिथि के स्वामी भगवान विष्णु जी हैं । मंगलवार के दिन बजरंगबली की पूजा का विशेष महत्व है।आज के दिन उत्तर दिशा की यात्रा नहीं करना चाहिए यदि यात्रा करना ज्यादा आवश्यक हो तो घर से गुड़ खाकर जायें। एकादशी तिथि में चावल एवं सेम नहीं खाना चाहिए यह तिथि उपवास, धार्मिक कृत्य उद्यापन तथा कथा एकादशी में शुभ है।दिन का शुभ मुहूर्त, दिशाशूल की स्थिति, राहुकाल एवम् गुलिक काल की वास्तविक स्थिति के बारे में जानकारी आगे दी गई है।

23 फरवरी 2021 दिन-मंगलवार का पंचांग

सूर्योदयः- प्रातः 06:32:02

सूर्यास्तः- सायं 05:50:41

विशेषः- मंगलवार के दिन बजरंगबली की पूजा का विशेष महत्व है।

विक्रम संवतः- 2377

शक संवतः- 1942

आयनः- दक्षिणायन

ऋतुः- बसंत ऋतु

मासः- माघ माह

पक्षः- शुक्ल पक्ष

तिथिः- एकादशी तिथि 18:00:00 तक तदोपरान्त द्वादशी तिथि

तिथि स्वामीः- एकादशी तिथि के स्वामी विश्वदेव जी तथा द्वादशी तिथि के स्वामी भगवान विष्णु जी हैं ।

नक्षत्रः- आर्द्रा नक्षत्र 01:15:31 तक तदोपरान्त पुनर्वसु नक्षत्र

नक्षत्र स्वामीः- आर्द्रा नक्षत्र के स्वामी राहु देव हैं तथा पुनर्वसु नक्षत्र के स्वामी गुरु देव हैं।

योगः- प्रीति 12:34:09 तक तदोपरान्त आयुष्मान

गुलिक कालः- शुभ गुलिक काल 02:00:00 से 03:25:00 तक

दिशाशूलः- आज के दिन उत्तर दिशा की यात्रा नहीं करना चाहिए यदि यात्रा करना ज्यादा आवश्यक हो तो घर से गुड़ खाकर जायें।

राहुकालः- आज का राहु काल 08:19:00 से 09:44:00 तक

तिथि का महत्वः- एकादशी तिथि में चावल एवं सेम नहीं खाना चाहिए यह तिथि उपवास, धार्मिक कृत्य उद्यापन तथा कथा एकादशी में शुभ है।

“हे तिथि स्वामी, योग स्वामी, नक्षत्र स्वामी, दिन स्वामी आप पंचांग का पाठन करने वालों पर अपनी कृपा दृष्टि बनाये रखना।”