डाॅ. त्रिलोकीनाथ (ज्योतिषाचार्य और वास्तुविद)। Dainik Panchang 23 June 2021 बुधवार को चतुर्दशी तिथि 02:19:00 तक तदोपरान्त पूर्णिमा तिथि है। चतुर्दशी तिथि के स्वामी शिव जी हैं तथा पूर्णिमा तिथि के स्वामी चन्द्र देव हैं। बुधवार के दिन भगवान गणेश जी को पूजा करने का विशेष महत्व होता है आज के दिन शरीर पर तेल लगाने से मां लक्ष्मी जी प्रसन्न होती हैं। बुधवार को उत्तर दिशा में जाना अशुभ होता है यदि आवश्यक हो तो घर से धनिया या तेल खाकर निकलें। इस तिथि में तिल का तेल नही खाना चाहिए इस तिथि में मांगलिक कार्य करने के लिए वर्जित है। दिन का शुभ मुहूर्त, दिशाशूल की स्थिति, राहुकाल एवं गुलिक काल की वास्तविक स्थिति के बारे में जानकारी आगे दी गई है।

23 जून 2021 दिन-बुधवार का पंचांग

सूर्योदयः- प्रातः 05:13:00

सूर्यास्तः- सायं 06:47:00

विशेषः- बुधवार के दिन भगवान गणेश जी को पूजा करने का विशेष महत्व होता है आज के दिन शरीर पर तेल लगाने से मां लक्ष्मी जी प्रसन्न होती हैं।

विक्रम संवतः- 2078

शक संवतः- 1943

आयनः- उत्तरायण

ऋतुः- ग्रीष्म ऋतु

मासः- ज्येष्ठ माह

पक्षः- शुक्ल पक्ष

तिथिः- चतुर्दशी तिथि 02:19:00 तक तदोपरान्त पूर्णिमा तिथि

तिथि स्वामीः- चतुर्दशी तिथि के स्वामी शिव जी हैं तथा पूर्णिमा तिथि के स्वामी चन्द्र देव हैं।

नक्षत्रः- अनुराधा नक्षत्र 11:48:01 तक तदोपरान्त ज्येष्ठा नक्षत्र

नक्षत्र स्वामीः- अनुराधा नक्षत्र के स्वामी मंगल देव हैं तथा ज्येष्ठा नक्षत्र के स्वामी बुध देव हैं।

योगः- साध्य 24:15:40 तक तदोपरान्त शुक्ल

गुलिक कालः- शुभ गुलिक काल 10:38:00 से 12:23:00 तक

दिशाशूलः- बुधवार को उत्तर दिशा में जाना अशुभ होता है यदि आवश्यक हो तो घर से धनिया या तेल खाकर निकलें।

राहुकालः- आज का राहु काल 12:23:00 से 02:07:00 तक

तिथि का महत्वः- इस तिथि में तिल का तेल नही खाना चाहिए इस तिथि में मांगलिक कार्य करने के लिए वर्जित है।

“हे तिथि स्वामी, योग स्वामी, नक्षत्र स्वामी, दिन स्वामी आप पंचांग का पाठन करने वालों पर अपनी कृपा दृष्टि बनाये रखना।”