डाॅ. त्रिलोकीनाथ (ज्योतिषाचार्य और वास्तुविद)। Dainik Panchang 23 November 2021 : हिंदू धर्म में पंचांग का विशेष महत्व होता है। मंगलवार 23 नवंबर, को चतुर्थी तिथि 24:57:11 बजे तक तदोपरान्त पंचमी तिथि है। चतुर्थी तिथि के स्वामी गणेश जी हैं और पंचमी तिथि के स्वामी सर्पदेव (नागराज) जी हैं। मंगलवार के दिन बजरंगबली की पूजा का विशेष महत्व है।

आज के दिन क्या करें और क्या न करें

आज के दिन उत्तर दिशा की यात्रा नहीं करना चाहिए यदि यात्रा करना ज्यादा आवश्यक हो तो घर से गुड़ खाकर जायें। आज के दिन मूली नही खाना चाहिए और कोई भी मांगलिक कार्य नहीं करना चाहिए। दिन का शुभ मुहूर्त, दिशाशूल की स्थिति, राहुकाल एवं गुलिक काल की वास्तविक स्थिति के बारे में जानकारी आगे दी गई है।

23 नवम्बर 2021 दिन- मंगलवार का पंचाग

सूर्योदयः- प्रातः 06:40:08

सूर्यास्तः- सायं 05:20:51

विशेषः- मंगलवार के दिन बजरंगबली की पूजा का विशेष महत्व है।

विक्रम संवतः- 2078

शक संवतः- 1943

आयनः- दक्षिणायन

ऋतुः- हेमन्त ऋतु

मासः- मार्गशीर्ष मास

पक्षः- कृष्ण पक्ष

तिथिः- चतुर्थी तिथि 24:57:11 बजे तक तदोपरान्त पंचमी तिथि

तिथि स्वामीः- चतुर्थी तिथि के स्वामी गणेश जी हैं और पंचमी तिथि के स्वामी सर्पदेव (नागराज) जी हैं।

नक्षत्रः- आर्द्रा नक्षत्र 13:44:00 बजे तक तदोपरान्त पुनर्वसु

नक्षत्र स्वामीः- आर्द्रा नक्षत्र के स्वामी राहु देव हैं पुनर्वसु नक्ष्रत्र के स्वामी गुरु देव जी है।

योगः- शुभ 07:00:00 बजे तक तथा शुक्ल ।

गुलिक कालः- आज का शुभ गुलिक काल 12:07:00 से 01:26:00 बजे तक

दिशाशूलः- आज के दिन उत्तर दिशा की यात्रा नहीं करना चाहिए यदि यात्रा करना ज्यादा आवश्यक हो तो घर से गुड़ खाकर जायें।

राहुकालः- आज का राहुकाल 02:46:00 से 04:05:00 बजे तक

तिथि का महत्वः- आज के दिन मूली नही खाना चाहिए और कोई भी मांगलिक कार्य नहीं करना चाहिए।

“हे तिथि स्वामी, योग स्वामी, नक्षत्र स्वामी, आप पंचांग का पाठन करने वालों पर अपनी कृपा दृष्टि बनाये रखना ।”