डाॅ. त्रिलोकीनाथ (ज्योतिषाचार्य और वास्तुविद)। Dainik Panchang 23 October 2021: हिंदू धर्म में पंचांग का विशेष महत्व होता है। शनिवार 23, 2021 कोतृतीया तिथि समस्त तदोपरान्त चतुर्थी तिथि है। तृतीया तिथि के स्वामी पार्वती शिव जी हैं तथा चतुर्थी तिथि के स्वामी गणेश जी हैं। शनिवार के दिन पीपल के नीच हनुमान चालीसा पढ़ने और गायत्री मंत्र का जाप करने से भय नहीं लगता है और समस्त बिगड़े काम बनने लगते हैं।
आज के दिन क्या करें और क्या न करें
23 अक्टूबर 2021 दिन- शनिवार का पंचाग
सूर्योदयः- प्रातः 06:22:00
सूर्यास्तः- सायं 05:38:00
विशेषः- शनिवार के दिन पीपल के नीच हनुमान चालीसा पढ़ने और गायत्री मंत्र का जाप करने से भय नहीं लगता है और समस्त बिगड़े काम बनने लगते हैं।
विक्रम संवतः- 2078
शक संवतः- 1943
आयनः- दक्षिणायन
ऋतुः- शरद ऋतु
मासः- कार्तिक माह
पक्षः- कृष्ण पक्ष
तिथिः- तृतीया तिथि समस्त तदोपरान्त चतुर्थी तिथि
तिथि स्वामीः- तृतीया तिथि के स्वामी पार्वती शिव जी हैं तथा चतुर्थी तिथि के स्वामी गणेश जी हैं।
नक्षत्रः- कृतिका नक्षत्र 21:53:31 तक तदोपरान्त रोहिणी नक्षत्र
नक्षत्र स्वामीः- कृतिका नक्षत्र के स्वामी सूर्य हैं तथा रोहिणी नक्षत्र के स्वामी चन्द्र है।
योगः – व्यतिपात 22:31:02 तक तदोपरान्त वरियन
गुलिक कालः- शुभ गुलिक काल 06:26:00 से 07:51:00 बजे तक
दिशाशूलः- आज के दिन पूर्व दिशा की यात्रा नहीं करना चाहिए यदि यात्रा करना ज्यादा आवश्यक हो तो घर से अदरक खाकर जायें।
राहुकालः- आज का राहुकाल 09:15:00 बजे से 10:40:00 तक
तिथि का महत्वः- तृतीया तिथि को परवल नहीं खाना चाहिए और इस तिथि में शिल्प, चूड़ा कर्म, अन्नप्राशन व गृह प्रवेश शुभ है।
“हे तिथि स्वामी, दिन स्वामी,योग स्वामी, नक्षत्र स्वामी आप पंचांग का पाठन करने वाले पाठक पर अपनी कृपा दृष्टि बनाये रखना ।