डाॅ. त्रिलोकीनाथ (ज्योतिषाचार्य और वास्तुविद)। Dainik Panchang 25 February 2022 : हिंदू धर्म में पंचांग का विशेष महत्व होता है। शुक्रवार 25 फरवरी को नवमी तिथि 12:59:00 तक समाप्ति तदोपरान्त दशमी तिथि है। नवमी तिथि की स्वामिनी मां दुर्गा जी हैं तथा दशमी तिथि के स्वामी यमराज जी हैं। आज के दिन शाम के समय घर के ईशान कोण या मन्दिर में गाय के घी का दीपक जलाने से धन प्राप्ति के योग बढ़ते।

आज के दिन क्या करें और क्या न करें
शुक्रवार को पश्चिम दिशा में यात्रा नहीं करना चाहिए तथा ज्यादा आवश्यक हो तो घर से दही खाकर निकलें। इस तिथि में लौंकी नही खाना चाहिए यह तिथि रिक्ता तिथि है और इस तिथि में मांगलिक कार्य करना वर्जित है ।दिन का शुभ मुहूर्त, दिशाशूल की स्थिति, राहुकाल एवं गुलिक काल की वास्तविक स्थिति के बारे में जानकारी आगे दी गई है।

25 फरवरी 2022 दिन- शुक्रवार का पंचांग
सूर्योदयः- प्रातः 06:18:00
सूर्यास्तः- सायं 05:42:00
विशेषः- आज के दिन शाम के समय घर के ईशान कोण या मन्दिर में गाय के घी का दीपक जलाने से धन प्राप्ति के योग बढ़ते।
विक्रम संवतः- 2078
शक संवतः- 1943
आयनः- दक्षिणायन
ऋतुः- बसंत ऋतु
मासः- फाल्गुन माह
पक्षः- शुक्ल पक्ष
तिथिः- नवमी तिथि 12:59:00 तक समाप्ति तदोपरान्त दशमी तिथि
तिथि स्वामीः- नवमी तिथि की स्वामिनी माँ दुर्गा जी हैं। तथा दशमी तिथि के स्वामी यमराज जी है।
नक्षत्रः- ज्येष्ठा नक्षत्र 12:08:00 तक समाप्ति तदोपरान्त मूल नक्षत्र
नक्षत्र स्वामीः- ज्येष्ठा नक्षत्र के स्वामी बुध देव हैं तथा मूल नक्षत्र के स्वामी केतु देव है।
योगः- वज्र 23:58:00 तक तदोपरान्त सिद्धि
गुलिक कालः- शुभ गुलिक काल 08:16:00 से 09:42:00 तक
दिशाशूलः- शुक्रवार को पश्चिम दिशा में यात्रा नहीं करना चाहिए तथा ज्यादा आवश्यक हो तो घर से दही खाकर निकलें।
राहुकालः- आज का राहु काल 11:08:00 से 12:34:00 तक
तिथि का महत्वः- इस तिथि में लौंकी नही खाना चाहिए यह तिथि रिक्ता तिथि है और इस तिथि में मांगलिक कार्य करना वर्जित है ।
“हे तिथि स्वामी, योग स्वामी, नक्षत्र स्वामी, दिन स्वामी आप पंचांग का पाठन करने वालों पर अपनी कृपा दृष्टि बनाये रखना।”