डाॅ. त्रिलोकीनाथ (ज्योतिषाचार्य और वास्तुविद)। Dainik Panchang 25 November 2021 : हिंदू धर्म में पंचांग का विशेष महत्व होता है। गुरुवार 25 नवंबर, को षष्ठी तिथि 12:40:00 तक तदोपरान्त सप्तमी तिथि है। षष्ठी तिथि के स्वामी भगवान कार्तिकेय जी हैं तथा सप्तमी तिथि के स्वामी भगवान सूर्य देव हैं। गुरुवार के दिन भगवान विष्णु जी की पूजा करने से दीर्घ आयु की प्राप्ति होती है ।

आज के दिन क्या करें और क्या न करें

गुरुवार को दक्षिण दिशा में यात्रा नहीं करनी चाहिए यदि ज्यादा आवश्यक हो तो घर से सरसों के दाने या जीरा खाकर निकलें। इस तिथि में तैलीय चीजों का सेवन नहीं करना चाहिए और यह तिथि यात्रा, पितृ कर्म, मंगल कार्य आदि के लिए शुभ है। दिन का शुभ मुहूर्त, दिशाशूल की स्थिति, राहुकाल एवं गुलिक काल की वास्तविक स्थिति के बारे में जानकारी आगे दी गई है।

25 नवंबर 2020 दिन- गुरुवार का पंचाग

सूर्योदयः- प्रातः 06:41:00

सूर्यास्तः- सायं 05:19:00

विशेषः- गुरुवार के दिन भगवान विष्णु जी की पूजा करने से दीर्घ आयु की प्राप्ति होती है ।

विक्रम संवतः- 2078

शक संवतः- 1943

आयनः- दक्षिणायन

ऋतुः- हेमंत ऋतु

मासः- मार्गशीर्ष माह

पक्षः- कृष्ण पक्ष

तिथिः- षष्ठी तिथि 12:40:00 तक तदोपरान्त सप्तमी तिथि है।

तिथि स्वामीः- षष्ठी तिथि के स्वामी भगवान कार्तिकेय जी हैं तथा सप्तमी तिथि के स्वामी भगवान सूर्य देव हैं।

नक्षत्रः- पुष्य नक्षत्र 18:49:00 तक तदोपरान्त मृगशिरा नक्षत्र

नक्षत्र स्वामीः- पुष्य नक्षत्र के स्वामी शनि देव हैं। अश्लेषा नक्षत्र के स्वामी बुध देव हैं।

योगः- ब्रह्मा 07:50:07 तक तदोपरान्त इंद्र

गुलिक कालः- शुभ गुलिक काल 09:29:00 से 10:48:00 तक।

दिशाशूलः- गुरुवार को दक्षिण दिशा में यात्रा नहीं करनी चाहिए यदि ज्यादा आवश्यक हो तो घर से सरसों के दाने या जीरा खाकर निकलें।

राहुकालः- राहु काल 01:27:00 से 02:46:00 बजे तक।

तिथि का महत्वः- इस तिथि में तैलीय चीजों का सेवन नहीं करना चाहिए और यह तिथि यात्रा, पितृ कर्म, मंगल कार्य आदि के लिए शुभ है।

“हे तिथि स्वामी, नक्षत्र स्वामी, दिन स्वामी, योग स्वामी आप पंचांग का पाठन करने वालों पर अपनी कृपा दृष्टि बनाये रखना।”