डाॅ. त्रिलोकीनाथ (ज्योतिषाचार्य और वास्तुविद)। Dainik Panchang 26 August 2021: गुरूवार 26 अगस्त को चतुर्थी तिथि 05:16:00 बजे तक तदोपरान्त पंचमी तिथि है। चतुर्थी तिथि के स्वामी गणेश जी हैं और पंचमी तिथि के स्वामी सर्पदेव (नागराज) जी हैं। गुरूवार के दिन भगवान विष्णु जी की पूजा करने से दीर्घ आयु की प्राप्ति होती है। गुरूवार को दक्षिण दिशा में यात्रा नहीं करनी चाहिए। यदि ज्यादा आवश्यक हो तो घर से सरसों के दाने या जीरा खाकर निकलें। आज के दिन मूली नही खाना चाहिए और कोई भी मांगलिक कार्य नहीं करना चाहिए। दिन का शुभ मुहूर्त, दिशाशूल की स्थिति, राहुकाल एवं गुलिक काल की वास्तविक स्थिति के बारे में जानकारी आगे दी गई है।

26 अगस्त 2021 दिन- गुरुवार का पंचाग

सूर्योदयः- प्रातः 05:40:08

सूर्यास्तः- सायं 05:20:51

विशेषः- गुरूवार के दिन भगवान विष्णु जी की पूजा करने से दीर्घ आयु की प्राप्ति होती है ।

विक्रम संवतः- 2078

शक संवतः- 1943

आयनः- दक्षिणायन

ऋतुः- शरद ऋतु

मासः- भाद्र मास

पक्षः- कृष्ण पक्ष

तिथिः- चतुर्थी तिथि 05:16:00 बजे तक तदोपरान्त पंचमी तिथि

तिथि स्वामीः- चतुर्थी तिथि के स्वामी गणेश जी हैं और पंचमी तिथि के स्वामी सर्पदेव (नागराज) जी हैं।

नक्षत्रः- रेवती नक्षत्र 22:29:37 बजे तक तदोपरान्त अश्विनि

नक्षत्र स्वामीः- रेवती नक्षत्र के स्वामी राहु देव हैं अश्विनि नक्ष्रत्र के स्वामी केतु देव जी है।

योगः- गंड 29:23:50 बजे तक वृद्धि

गुलिक कालः- आज का शुभ गुलिक काल 09:09:00 से 10:46:00 बजे तक

दिशाशूलः- गुरूवार को दक्षिण दिशा में यात्रा नहीं करनी चाहिए। यदि ज्यादा आवश्यक हो तो घर से सरसों के दाने या जीरा खाकर निकलें।

राहुकालः- आज का राहुकाल 01:59:00 से 03:36:00 बजे तक

तिथि का महत्वः- आज के दिन मूली नही खाना चाहिए और कोई भी मांगलिक कार्य नहीं करना चाहिए।

“हे तिथि स्वामी, योग स्वामी, नक्षत्र स्वामी, आप पंचांग का पाठन करने वालों पर अपनी कृपा दृष्टि बनाये रखना ।”