कानपुर (इंटरनेट-डेस्क)। Dainik Panchang 26 Dec 2020: शनिवार द्वादशी तिथि 28:19:05 बजे तक तदोपरान्त त्रयोदशी तिथि है। द्वादशी तिथि के स्वामी भगवान विष्णु जी हैं तथा त्रयोदशी तिथि के स्वामी कामदेव जी हैं। शनिवार के दिन पीपल के नीच हनुमान चालीसा पढ़ने और गायत्री मंत्र का जाप करने से भय नहीं लगता है और समस्त बिगड़े काम बनने लगते हैं। आज के दिन पूर्व दिशा की यात्रा नहीं करना चाहिए यदि यात्रा करना ज्यादा आवश्यक हो तो घर से अदरक खाकर जायें। द्वादशी तिथि में मसूर नहीं खाना चाहिए यह तिथि यात्रा को छोड़कर सभी धार्मिक कार्यों के लिए शुभ है। दिन का शुभ मुहूर्त, दिशाशूल की स्थिति, राहुकाल एवम् गुलिक काल की वास्तविक स्थिति के बारे में जानकारी आगे दी गई है।

26 दिसम्बर 2020 दिन- शनिवार का पंचांग

सूर्योदयः- प्रातः 06:49:03

सूर्यास्तः- सायं 05:08:06

विशेषः- शनिवार के दिन पीपल के नीच हनुमान चालीसा पढ़ने और गायत्री मंत्र का जाप करने से भय नहीं लगता है और समस्त बिगड़े काम बनने लगते हैं।

विक्रम संवतः- 2077

शक संवतः- 1942

आयनः- दक्षिणायन

ऋतुः- शीत ऋतु

मासः- पौष माह

पक्षः- शुक्ल पक्ष

तिथिः- द्वादशी तिथि 28:19:05 बजे तक तदोपरान्त त्रयोदशी तिथि

तिथि स्वामीः- द्वादशी तिथि के स्वामी भगवान विष्णु जी हैं तथा त्रयोदशी तिथि के स्वामी कामदेव जी हैं।

नक्षत्रः- कृतिका नक्षत्र 11:00:37 तक तदोपरान्त शतभिषा नक्षत्र

नक्षत्र स्वामीः- कृतिका नक्षत्र के स्वामी सूर्य देव हैं तदोपरान्त शतभिषा नक्षत्र के स्वामी राहु देव हैं।

योगः- सिद्ध 15:23:39 तक तदोपरान्त शूल

गुलिक कालः- शुभ गुलिक काल 07:12:00 से 08:29:00 तक

दिशाशूलः- आज के दिन पूर्व दिशा की यात्रा नहीं करना चाहिए यदि यात्रा करना ज्यादा आवश्यक हो तो घर से अदरक खाकर जायें।

राहुकालः- आज का राहु काल 09:47:00 से 11:04:00 तक

तिथि का महत्वः- द्वादशी तिथि में मसूर नहीं खाना चाहिए यह तिथि यात्रा को छोड़कर सभी धार्मिक कार्यों के लिए शुभ है।

“हे तिथि स्वामी, योग स्वामी, नक्षत्र स्वामी, दिन स्वामी आप पंचांग का पाठन करने वालों पर अपनी कृपा दृष्टि बनाये रखना।”

By Astrologer Dr. Trilokinath