डाॅ. त्रिलोकीनाथ (ज्योतिषाचार्य और वास्तुविद)। Dainik Panchang 26 November2021 : हिंदू धर्म में पंचांग का विशेष महत्व होता है। शु्क्रवार 26 नवंबर, को सप्तमी तिथि 12:39:40 तक तदोपरान्त अष्टमी तिथि है। सप्तमी तिथि के स्वामी भगवान सूर्य और अष्टमी तिथि के स्वामी भगवान शिव जी है। आज के दिन शाम के समय घर के ईशान कोण या मन्दिर में गाय के घी का दीपक जलाने से धन प्राप्ति के योग बढ़ते हैं।
आज के दिन क्या करें और क्या न करें
शुक्रवार को पश्चिम दिशा में यात्रा नहीं करना चाहिए तथा ज्यादा आवश्यक हो तो घर से दही खाकर निकलें। इस तिथि में ताड़ का सेवन नहीं करना चाहिए तथा यह तिथि राज सम्बन्धी कार्यों के लिए, विवाह, अन्नप्राशन व गृह प्रवेश के लिए शुभ है। दिन का शुभ मुहूर्त, दिशाशूल की स्थिति, राहुकाल एवं गुलिक काल की वास्तविक स्थिति के बारे में जानकारी आगे दी गई है।
26 नवंबर 2021 दिन- शुक्रवार का पंचाग
सूर्योदयः- प्रातः 06:41:00
सूर्यास्तः- सायं 05:19:00
विशेषः- आज के दिन शाम के समय घर के ईशान कोण या मन्दिर में गाय के घी का दीपक जलाने से धन प्राप्ति के योग बढ़ते हैं। ।
विक्रम संवतः- 2078
शक संवतः- 1943
आयनः- दक्षिणायन
ऋतुः- हेमन्त ऋतु
मासः- मार्गशीर्ष माह
पक्षः- कृष्ण पक्ष
तिथिः- सप्तमी तिथि 12:39:40 तक तदोपरान्त अष्टमी तिथि
तिथि स्वामीः- सप्तमी तिथि के स्वामी भगवान सूर्य और अष्टमी तिथि के स्वामी भगवान शिव जी है।
नक्षत्रः- अश्लेषा नक्षत्र 20: 36:37 मिनट तक तदोपरान्त माघ नक्षत्र ।
नक्षत्र स्वामीः- अश्लेषा नक्षत्र के स्वामी बुध हैं तथा माघ नक्षत्र के स्वामी केतु है।
योगः- इंद्र 07:34:50 तक तथा वैधृति
गुलिक कालः- शुभ गुलिक काल 08:11:00 A.M बजे से 09:30:00 A.M बजे तक
दिशाशूलः- शुक्रवार को पश्चिम दिशा में यात्रा नहीं करना चाहिए तथा ज्यादा आवश्यक हो तो घर से दही खाकर निकलें ।
राहुकालः- राहु काल 10:49:00 A.M बजे से 12:08:00 PM तक
तिथि का महत्वः- इस तिथि में ताड़ का सेवन नहीं करना चाहिए तथा यह तिथि राज सम्बन्धी कार्यों के लिए, विवाह, अन्नप्राशन व गृह प्रवेश के लिए शुभ है।
“हे तिथि स्वामी, दिन स्वामी, योग स्वामी, नक्षत्र स्वामी, आप पंचांग का पाठन करने वालों पर अपनी कृपा दृष्टि बनाये रखना।”