डाॅ. त्रिलोकीनाथ (ज्योतिषाचार्य और वास्तुविद)। Dainik Panchang 27 Jan 2021 बुधवार को चतुर्दशी तिथि 31:55:00 तक तदोपरान्त पूर्णिमा तिथि है।चतुर्दशी तिथि के स्वामी शिव जी हैं तथा पूर्णिमा तिथि के स्वामी चन्द्र देव हैं। बुधवार के दिन गणेश भगवान की पूजा करने का विशेष महत्व होता है। आज के दिन शरीर पर तेल लगाने से माँ लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं। बुधवार को उत्तर दिशा में जाना अशुभ होता है यदि आवश्यक हो तो घर से धनियां या तेल खाकर निकलें। आज के दिन उत्तर दिशा की यात्रा नहीं करना चाहिए यदि यात्रा करना ज्यादा आवश्यक हो तो घर से गुड़ खाकर जायें। इस तिथि में तिल का तेल नही खाना चाहिए इस तिथि में मांगलिक कार्य करने के लिए वर्जित है। दिन का शुभ मुहूर्त, दिशाशूल की स्थिति, राहुकाल एवम् गुलिक काल की वास्तविक स्थिति के बारे में जानकारी आगे दी गई है।

27 जनवरी 2021 दिन-बुधवार का पंचांग

सूर्योदयः- प्रातः 06:49:22

सूर्यास्तः- सायं 05:31:54

विशेषः- बुधवार के दिन गणेश भगवान की पूजा करने का विशेष महत्व होता है। आज के दिन शरीर पर तेल लगाने से माँ लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं।

विक्रम संवतः- 2077

शक संवतः- 1942

आयनः- दक्षिणायन

ऋतुः- शीत ऋतु

मासः- पौष माह

पक्षः- शुक्ल पक्ष

तिथिः- चतुर्दशी तिथि 31:55:00 तक तदोपरान्त पूर्णिमा तिथि

तिथि स्वामीः- चतुर्दशी तिथि के स्वामी शिव जी हैं तथा पूर्णिमा तिथि के स्वामी चन्द्र देव हैं।

नक्षत्रः- पुनर्वसु नक्षत्र 27:49:15 तक तदोपरान्त पुष्य नक्षत्र

नक्षत्र स्वामीः- पुनर्वसु नक्षत्र के स्वामी गुरु देव हैं तथा पुष्य नक्षत्र के स्वामी शनि देव हैं।

योगः- विषकुंभ 20:54:58 तक तदोपरान्त प्रीति

गुलिक कालः- शुभ गुलिक काल 06:54:00 A.M से 08:13:05 AM तक

दिशाशूलः- बुधवार को उत्तर दिशा में जाना अशुभ होता है यदि आवश्यक हो तो घर से धनियां या तेल खाकर निकलें।

राहुकालः- आज का राहु काल 12:33:00 से 01:54:00 तक

तिथि का महत्वः- इस तिथि में तिल का तेल नही खाना चाहिए इस तिथि में मांगलिक कार्य करने के लिए वर्जित है।

“हे तिथि स्वामी, योग स्वामी, नक्षत्र स्वामी, दिन स्वामी आप पंचांग का पाठन करने वालों पर अपनी कृपा दृष्टि बनाये रखना।”