डाॅ. त्रिलोकीनाथ (ज्योतिषाचार्य और वास्तुविद)। Dainik Panchang 27 January 2022 : हिंदू धर्म में पंचांग का विशेष महत्व होता है। गुरुवार 27 जनवरी दशमी तिथि समाप्ति 10:28:10 तक तदोपरान्त एकादशी तिथि हनवमी तिथि की स्वामिनी दुर्गा जी हैं। दशमी तिथि की स्वामी यमराज जी हैं तथा एकादशी तिथि के स्वामी विश्वदेव जी हैं। गुरुवार के दिन भगवान विष्णु जी की पूजा करने से दीर्घ आयु की प्राप्ति होती है।

आज के दिन क्या करें और क्या न करें

गुरुवार के दिन दक्षिण दिशा मन यात्रा नहीं करना चाहिए यदि ज्यादा आवश्यक हो तो घर से सरसों के दाने या जीरा खाकर निकलें। इस तिथि में परवल / कलम्बी नही खाना चाहिए व अन्नप्रासन, विवाह आदि कार्यों के लिए शुभ मानी गयी है। दिन का शुभ मुहूर्त, दिशाशूल की स्थिति, राहुकाल एवं गुलिक काल की वास्तविक स्थिति के बारे में जानकारी आगे दी गई है।

27 जनवरी 2022 दिन- गुरुवार का पंचांग

सूर्योदयः- प्रातः 06:37:00

सूर्यास्तः- सायं 05:23:00

विशेषः- गुरुवार के दिन भगवान विष्णु जी की पूजा करने से दीर्घ आयु की प्राप्ति होती है।

विक्रम संवतः- 2078

शक संवतः- 1943

आयनः- दक्षिणायन

ऋतुः- शिशिर ऋतु

मासः- माघ माह

पक्षः- कृष्ण पक्ष

तिथिः- दशमी तिथि समाप्ति 10:28:10 तक तदोपरान्त एकादशी तिथि

तिथि स्वामीः- दशमी तिथि की स्वामी यमराज जी हैं तथा एकादशी तिथि के स्वामी विश्वदेव जी हैं।

नक्षत्रः- अनुराधा 03:55:00 तक तदोपरान्त ज्येष्ठा नक्षत्र

नक्षत्र स्वामीः- अनुराधा नक्षत्र के स्वामी शनि देव हैं तथा ज्येष्ठा नक्षत्र के स्वामी बुध देव हैं।

योगः- वृद्धि 25:16:14 तक तदोपरान्त ध्रुव

गुलिक कालः- शुभ गुलिक काल 09:53:00 से 11:13:00

दिशाशूल: गुरुवार के दिन दक्षिण दिशा मन यात्रा नहीं करना चाहिए यदि ज्यादा आवश्यक हो तो घर से सरसों के दाने या जीरा खाकर निकलें।

राहुकालः- आज का राहुकाल 01:54:00 से 03:14:00 बजे तक

तिथि का महत्वः- इस तिथि में परवल / कलम्बी नही खाना चाहिए व अन्नप्रासन, विवाह आदि कार्यों के लिए शुभ मानी गयी है।

“हे तिथि स्वामी, नक्षत्र स्वामी, योग स्वामी, दिन स्वामी आप पंचांग का पाठन करने वालों पर अपनी कृपा दृष्टि बनाये रखें।”